मणिपुर पहुंची 'कर्नाटक' की जंग, पूर्व सीएम ओकराम इबोबी ने की गवर्नर से मुलाकात
नई दिल्ली: कर्नाटक के राज्यपाल ने बड़ी पार्टी होने के आधार पर बीजेपी को सरकार बनाने का पहले न्योता दे दिया जबकि उनके पास बहुमत के लिए जरुरी आंकड़े भी नहीं थे। इसी को आधार बनाते हुए अब कांग्रेस उन राज्यों में राज्यपाल पर दबाव बना रही है जहां बड़ी पार्टी होने के बाद भी कांग्रेस को न्योता नहीं मिला था और भाजपा ने वहां सरकार बना ली थी। गोवा, मणिपुर में सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई थी, जिसके बाद अब कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस- भाजपा को उसी की रणनीति के तहत घेरने की योजना बना रही है।
इसी को मुद्दा बनाते हुए मणिपुर के पूर्व सीएम ओकराम इबोबी सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने की मांग की है। पूर्व सीएम ओकराम इबोबी सिंह ने आज राज्यपाल से मुलाकात की है और कर्नाटक के हालात का हवाला देते हुए सरकार बनाने का दावा पेश करने की मांग की है।
ओकराम इबोबी सिंह ने बताया कि राज्यपाल जगदीश मुखी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वो इस मुद्दे को देखेंगे। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि राज्यपाल न्याय करेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि कर्नाटक के परिणाम के लिए कल शाम 4 बजे तक फ्लोर टेस्ट का इंतजार करना होगा।
बता दें कि कल ओकराम इबोबी सिंह ने कर्नाटक में पैदा हुए हालात पर कहा था कि मणिपुर में कांग्रेस भी बड़ी पार्टी थी और इस लिहाज से उन्हें सरकार बनाने के लिए न्योता दिया जाना चाहिए था। लेकिन उस वक्त ऐसा नहीं हुआ था।
बता देंं कि राज्यपाल द्वारा बीएस येदुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन दिए जाने के खिलाफ कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत परीक्षण के लिए कल यानी शनिवार शाम 4 बजे का वक्त तय किया है। अब येदुरप्पा को कल शाम चार बजे तक बहुमत साबित करने की मोहलत मिली है। बता दें कि कर्नाटक में बहुमत के लिए जरूरी नम्बर नहीं होने के बावजूद भाजपा को राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने का न्योता दिया गया था और येदुरप्पा ने सीएम पद की शपथ ली थी।