नागरिकता संशोधन कानून पर राज्यपाल और ममता बनर्जी आपस में भिड़े
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन एक्ट पर राजनीति खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ममता बनर्जी ने इस कानून के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर उनके खिलाफ हमला किया है। ममता बनर्जी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर उनके द्वारा राज्य सरकार की आलोचना किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। ममता ने पत्र में लिखा है कि आपके लगातार ट्वीट और प्रेस कॉन्फ्रेंस देखकर काफी दुख हो रहा है जिसमे आप राज्य सरकार की लगातार आलोचना कर रहे हैं। राज्य के प्रशासन का मुख्य ध्यान शांति व्यवस्था को बनाए रखने पर है।
वहीं ममता बनर्जी के आरोपों पर राज्यपाल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की इस मौजूदा हालात के बारे में मुझे अभी तक अवगत नहीं कराया गया है। मुझे राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश के हालात की जानकारी नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस तरह के तनावपूर्ण माहौल में लोगों के हित में काम करने की जरूरत है ताकि प्रदेश में शांति व्यवस्था को बहाल किया जाए और हिंसा को भड़कने नहीं दिया जाए। इससे पहले ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके बाद राज्यपाल ने इस असंवैधानिक बताया था। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार को इससे बचना चाहिए।
वहीं इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वो किसी भी कीमत पर राज्य में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लागू नहीं करेंगी। सोमवार को बनर्जी ने नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर कोलकाता में रैली का आयोजन किया। ममता बनर्जी ने रैली में कहा कि केंद्र चाहे तो टीएमसी सरकार को बर्खास्त कर दे लेकिन पश्चिम बंगाल में सीएए और एनआरसी को लागू नहीं होने दूंगी। केंद्र को पश्चिम बंगाल में नागरिकता कानून और एनआरसी लागू करने के लिए मेरी लाश के ऊपर से गुजरना होगा।
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