जाने-माने मलयालम लेखक यूए खादर का 85 साल की उम्र में निधन, फेफड़ों के कैंसर का चल रहा था इलाज
नई दिल्ली। जाने-माने मलयालम लेखक यूए खादर का आज (12 दिसंबर) शाम 5.30 बजे कोझीकोड में निधन हो गया। 85 वर्षीय लेखक खादर फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित थे और पिछले कुछ दिनों से कोझिकोड स्टार केयर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। मलयालम साहित्य में उनके योगदान के लिए उन्होंने केंद्र साहित्य अकादमी पुरस्कार और केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उनकी रचनाओं 'थ्रीकोक्टूर पेरुमा' और 'अघोरासीवम' ने कई पुरस्कार हासिल किए हैं।
यूए खादर ने सत्तर से अधिक पुस्तकें लिखी हैं जिनमें से एक 'थ्रीकोक्टूर पेरुमा' और 'अघोरासीवम' भी शामिल हैं। उनका अंतिम प्रकाशित उपन्यास शत्रु था, जो 2011 में प्रकाशित हुआ था। उन्हें एसके पोट्टाकड़ पुरस्कार, अबू धाबी शक्ति पुरस्कार, वीटी मेमोरियल पुरस्कार और पद्म प्रभा पुरस्कार भी मिला है। UA Khader का जन्म 1935 में म्यांमार के बिलिन में हुआ था। वह मूल रूप से कोइलंदी के निवासी थे। यूए खादर ने कोइलंदी हाई स्कूल से स्नातक करने के बाद, उन्होंने मद्रास आर्ट्स कॉलेज से चित्रकला में स्नातक किया।
Malayalam writer UA Khader (file photo) passes away at the age of 85, in Kozhikode. #Kerala pic.twitter.com/xWBdLHUDva
— ANI (@ANI) December 12, 2020
यूए खादर ने कोझीकोड ऑल इंडिया रेडियो और राज्य स्वास्थ्य विभाग में काम किया है। वह राज्य फिल्म पुरस्कार जूरी, केरल साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष, ललितकला अकादमी, साहित्य प्रचारक सहकर्णसंघम निदेशक मंडल के सदस्य और केरल भाषा संस्थान के शासी निकाय के सदस्य भी रहे हैं। एक लेखक होने के अलावा, खदर ने एक चित्रकार और पत्रकार के रूप में काम किया था। वह राज्य के स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी भी था। यूए खादर अपने पीछे पांच बच्चे और अपनी पत्नी को छोड़कर गए हैं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: 'मैं आज पुनर्जन्म में विश्वास करना चाहता हूं' मां के निधन पर बाबुल सुप्रियो ने लिखी भावुक पोस्ट