महाराष्ट्र में टीकाकरण अभियान के पहले दिन 50,000 लोगों के टीकाकरण की उम्मीद- स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे
नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार को उम्मीद है कि 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले दिन लगभग 50,000 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra government) को उम्मीद है कि 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे दुनिया के सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले दिन लगभग 50,000 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। खबरों के अनुसार राज्य में कोविड-19 टीकाकरण के लिए निर्धारित किए गए 511 केंद्रों पर प्रत्येक में लगभग 100 लोगों को टीका लगाया जाना है।
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महाराष्ट्र सरकार के अनुसार मुंबई में 72 सबसे अधिक टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं, जबकि पुणे में केन्द्रों की संख्या 55 हैं। हालांकि, केंद्र ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान, यह स्पष्ट नहीं किया है कि, राज्य को पहले दौर के टीकाकरण के दौरान वैक्सीन की कितनी खुराक मिलेंगी। राज्य को अगले दो महीनों में 800,000 श्रमिकों के लिए 1.6 मिलियन खुराक की उम्मीद है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, "राज्य ने पहले दिन ही 50,000 स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है। 511 केंद्रों में से प्रत्येक में टीकाकरण के लिए नामांकित 100 स्वास्थ्य कर्मचारियों का एक बैच होगा। कुछ स्वास्थ्य कार्यकर्ता टीकाकरण से बाहर हो सकते हैं। लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे टीका लगवाकर आम लोगों के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत करें। इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह एक सुरक्षित टीका है।"
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इस
बीच,
राज्य
में
सोमवार
को
कोविड
-19
के
2,438
नए
मामले
सामने
आए
इसके
साथ
40
लोगों
की
मौत
की
भी
खबर
है।
पीए
मोदी
के
साथ
वीडियो
कांफ्रेंस
के
बाद
मुख्यमंत्री
उद्धव
ठाकरे
ने
स्वास्थ्य
विभाग
के
अधिकारियों
के
साथ
बैठक
की।
उन्होंने
कहा,
"परिवहन,
वैक्सीन
के
भंडारण
और
टीकाकरण
अभियान
को
उचित
ढंग
से
लागू
किया
जाना
चाहिए।
विभिन्न
राज्य
की
मशीनरी
के
बीच
सहयोग
महत्वपूर्ण
है।
इसके
साथ
अधिकारी
सुनिश्चित
करें
कि
आम
जनता
कोविड-19
के
मद्देनजर
उचित
व्यवहार
करे।"
सीएम
ठाकरे
ने
आगे
कहा,
"हमें
बताया
गया
है
कि
केंद्र
पहले
दो
चरणों
में
स्वास्थ्य
और
फ्रंटलाइन
श्रमिकों
के
लिए
वैक्सीन
की
लागत
वहन
करेगा।
इन
दो
चरणों
को
पूरा
होने
में
कम
से
कम
4-5
महीने
लगेंगे,
जिसके
बाद
तीसरे
चरण
में
50
वर्ष
से
अधिक
आयु
और
संवेदनशील
व्यक्तियों
को
टीकाकरण
के
लिए
चुना
जाएगा।"
स्वास्थ्य
विभाग
के
एक
अधिकारी
ने
नाम
गुप्त
रखने
की
शर्त
के
बाद
कहा
कि
पहले
दो
चरणों
में
(स्वास्थ्य
और
पहली
पंक्ति
के
कार्यकर्ताओं)
में
टीकाकरण
का
60%
पूरा
होने
के
बाद
प्रधानमंत्री
की
मुख्यमंत्रियों
के
साथ
एक
और
बैठक
होने
की
उम्मीद
है।
आपको
बता
दें
कि
इस
बैठक
में
स्वास्थ्य
और
परिवार
कल्याण
मंत्रालय
के
सचिव
राजेश
भूषण
ने
टीकाकरण
के
लिए
नियमों
का
पालन
करने
की
प्रक्रिया
के
बारे
में
जानकारी
भी
दी।
खबरों
के
अनुसार,
महाराष्ट्र
में
मृत्यु
दर
(सीएफआर)
के
मामलों
में
2.54%
तक
गिरावट
आई
है,
जबकि
सक्रिय
मामलों
की
संख्या
बढ़कर
52,288
हो
गई
है।
सबसे
अधिक
सक्रिय
मामले
पुणे
(14,779),
इसके
बाद
ठाणे
(10,142)
और
मुंबई
(7,370)
में
हैं।
जबकि
राज्य
का
रिकवरी
रेट
94.75%
है
और
अब
तक
1,867,988
लोग
इस
संक्रमण
से
उबर
चुके
हैं।