मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की हालत नाजुक, अभी भी वेंटिलेटर पर
नई दिल्ली। बीते 40 दिनों से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की सेहत मेंं सुधार नहीं दिख रहा है। 85 साल के लालजी टंडन अभी भी मेदांता अस्पताल लखनऊ में वेंटिलेटर पर हैं। सोमवार को मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर राकेश कपूर ने टंडन की सेहत की जानकारी देते हुए बताया कि उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल में लगी है लेकिन उनकी सेहत में खास सुधार नहीं है।
लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने में परेशानी, बुखार और पेशाब में दिक्कत होने के बाद मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था। तबीयत बिगड़ने पर दो दिन बाद उनको वेंटिलेटर पर रखा गया। जिसके बाद से वो वेंटिलेटर पर ही हैं। अस्पताल ने बताया है कि लालजी टंडन ट्रेकोस्टॉमी के जरिए क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर सपॉर्ट पर हैं। उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है। उनका डायलिसिस भी किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश गवर्नर लालजी टंडन लखनऊ के ही रहने वाले हैं। वो जून में भोपाल से अपने गृह नगर लखनऊ आए हुए थे। इसी दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई थी। जिसके बाद उन्हें अस्पातल ले जाया गया, जहां करीब 40 दिन से से वो भर्ती हैं।
डॉक्टरों ने बताया है कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को अस्पताल में भर्ती होने के बाद 13 जून को पेट में रक्तस्राव होने पर उनका ऑपरेशन किया गया। इसके बाद उनको क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा। 27 जून को उन्हें प्रेशर में ऑक्सीजन देने के लिए बाई-पैप मशीन पर रखा गया। लेकिन, उन्हें राहत नहीं मिली। सांस लेने में दिक्कत होने के बाद फिर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया।
ललाजी टंडन भाजपा के बड़े नेता रहे हैं। वो लखनऊ से लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में वो मंत्री भी रहे हैं। उनको अटल बिहारी वाजपेयी का करीबी माना जाता था। बता दें कि उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।