अयोध्या विवाद पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बुलाई आपात बैठक
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या विवाद पर चर्चा के लिए वर्किंग कमेटी की आपात बैठक बुलाई है। बोर्ड के सभी 51 सदस्य इस बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमे सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के भी प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त मध्यस्थता कमेटी राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को सुलझाने के लिए 13 मार्च को अपनी पहली बैठक की थी। इस दौरान इस कमेटी ने सभी पक्षों का राय सुनी, जिसके बाद पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से यह आपात बैठक बुलाई गई है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त इस पैनल में पूर्व जज एफएम इब्राहीम कलीफुल्ला शामिल हैं जोकि इसके अध्यक्ष हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि इस बैठक की रिपोर्टिंग नहीं होगी। मध्यस्थता के लिए होने वाली बैठक की किसी भी मीडिया में रिपोर्टिंग नहीं होगी। 8 मार्च को सुप्रीम कोर्ट इस विवाद को मध्यस्थता पैनल कौ सौंप दिया था। सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच जिसकी अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई कर रहे थे ने कहा कि मध्यस्थता की बैठक उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में होगी और राज्य सरकार इसके लिए तमाम अहम सुविधाएं मुहैया कराए।
सुप्रीम कोर्ट 30 सितंबर 2010 से इस मामले में तमाम याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इलाहाबाद कोर्ट ने इस मामले का फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन को तीन हिस्से में बांटने का फैसला सुनाया था। जिसे निर्मोही अखाड़ा, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और रामलला विराजमान के बीच बांटने का फैसला सुनाया गया था। यह फैसला कुल विवादित जममीन 2.77 एकड़ को लेकर सुनाया गया था।
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