लोकसभा चुनाव 2019: पहले चरण की 91 सीटों पर थमा चुनाव प्रचार, 11 अप्रैल को वोटिंग, जानिए पूरा गणित
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण को लेकर चुनाव प्रचार थम गया है। 11 अप्रैल को पहले फेज में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर मतदान होंगे। जिन लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान होना है उनमें सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश की 25 और तेलंगाना की 17 सीटें हैं। इनके अलावा उत्तर प्रदेश की 8, बिहार की 4, महाराष्ट्र की 7, उत्तराखंड की 5, छत्तीसगढ़ की 1, पश्चिम बंगाल की 2, अरुणाचल की 2, असम की 5, जम्मू-कश्मीर की 2, मणिपुर की 1, मेघालय की 2, मिजोरम की 1, नागालैंड की 1, ओडिशा की 4, सिक्किम की 1, त्रिपुरा की 1, अंडमान की 1, लक्षद्वीप की 1 लोकसभा सीट पर गुरुवार को वोटिंग होगी।
11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 20 राज्यों की जिन 91 सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें दो केंद्रशासित प्रदेश भी शामिल हैं। पहले फेज में कई वीवीआईपी कैंडिडेट्स की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी। इनमें नितिन गडकरी, वीके सिंह, महेश शर्मा, संजीव बालियान, सत्यपाल सिंह, राजेंद्र अग्रवाल, राघव लखनपाल, कुंवर भारतेन्द्र सिंह, चौधरी अजित सिंह, जयंत चौधरी, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, असदुद्दीन ओवैसी, हाजी याकूब कुरैशी, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, इमरान मसूद, तबस्सुम हसन के नाम शामिल हैं।
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यूपी की 8 लोकसभा सीटों पर एक नजर
इस फेज में उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर मतदान होंगे। जिन सीटों पर वोटिंग है उनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर संसदीय सीट शामिल हैं। इन 8 सीटों के लिए कुल 96 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। एक नजर यूपी की इन सीटों पर...
गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां 2014 में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने शानदार जीत दर्ज की थी. अब एक बार फिर बीजेपी ने महेश शर्मा पर दांव लगाया है। वहीं, सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने सतवीर नागर को चुनाव मैदान में उतारा है। बता दें कि गौतमबुद्ध नगर सीट पर सबसे ज्यादा गुर्जर और ठाकुर वोटर्स हैं।
गाजियाबाद लोकसभा सीट की बात करें तो यहां पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह वर्तमान सांसद हैं और भाजपा के प्रत्याशी भी हैं। वीके सिंह का सीधा मुकाबला सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल से है। शहरी सीट होने के नाते यहां बीजेपी का पलड़ा भारी लग रहा है। वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर डॉली शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है।
मेरठ सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। यहां भाजपा ने एक बार फिर राजेंद्र अग्रवाल पर भरोसा जताया है। वहीं, गठबंधन की तरफ से हाजी याकूब कुरैशी मैदान में हैं। कांग्रेस ने भी इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास के पुत्र हरेंद्र अग्रवाल को मैदान में उतारा है।
कैराना सीट की बात करें तो यहां इस बार मुकाबला भाजपा के प्रदीप चौधरी और सपा की तबसुम हसन के बीच है। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने जिस तरह से हरेंद्र मलिक को चुनाव मैदान में उतारा है, इससे दोनों ही पार्टियों की चिंता जरूर बढ़ गई है।
सहारनपुर सीट पर भाजपा के राघव लखनपाल, कांग्रेस के इमरान मसूद और गठबंधन के फजलुर्रहमान के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। बता दें कि 2014 में भाजपा के प्रत्याशी राघव लखनपाल ने अपने प्रतिद्वंदी को 65 हजार से अधिक वोटों से मात दी थी।
बिजनौर में भाजपा के कुंवर भारतेन्द्र और बसपा के मलूक नागर के बीच सीधी टक्कर है। वहीं, कांग्रेस ने इस सीट से नसीमुद्दीन सिद्दीकी को मैदान में उतारा है। मुस्लिम और गुर्जर बाहुल्य इस सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है। बिजनौर लोकसभा सीट पर करीब 35 फीसदी मुस्लिम और तीन लाख दलित और दो लाख जाट मतदाता हैं।
बागपत सीट से राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की साख दांव पर लगी है। इस सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद सत्यपाल सिंह चुनाव मैदान में है। वहीं कांग्रेस ने मुजफ्फरनगर से अजित सिंह और बागपत से जयंत सिंह के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। बल्कि, कांग्रेस रालोद का समर्थन कर रही है। इसलिए इस सीट पर अब सीधा मुकाबला बीजेपी और गठबंधन के उम्मीदवार के बीच है।
मुजफ्फरनगर सीट की बात करें तो इस सीट पर रालोद के अध्यक्ष अजित सिंह चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला मौजूदा सांसद और बीजेपी नेता संजीव बालियान से है। इस सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। मुजफ्फरनगर सीट पर जाट और मुसलमान मतदाता निर्णायक हैं।
उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, बिहार में इन सीटों पर होगी वोटिंग
उत्तराखंड
की
5
सीटों
पर
मतदान
11
अप्रैल
को
उत्तराखंड
की
5
सीटों
टिहरी,
पौड़ी
(गढ़वाल),
हरिद्वार,
अल्मोड़ा
और
नैनीताल
में
वोटिंग
होगी।
यहां
भाजपा
और
कांग्रेस
के
बीच
सीधा
मुकाबला
है।
इन
5
सीटों
पर
52
उम्मीदवार
मैदान
में
हैं।
पिछले
लोकसभा
चुनाव
की
बात
करें
तो
यहां
की
5
सीटें
बीजेपी
ने
जीती
थी।
छत्तीसगढ़
की
एक
सीट
पर
मतदान
छत्तीसगढ़
में
11
अप्रैल
को
पहले
चरण
में
केवल
नक्सल
प्रभावित
बस्तर
(ST)
लोकसभा
सीट
के
लिए
मतदान
होगा।
इस
1
सीट
पर
7
उम्मीदवार
चुनाव
मैदान
में
हैं।
पिछली
बार
यहां
बीजेपी
ने
जीत
दर्ज
की
थी।
महाराष्ट्र
की
इन
7
सीटों
पर
मतदान
महाराष्ट्र
की
बात
करें
तो
यहां
पहले
चरण
में
जिन
7
सीटों
पर
चुनाव
होगा
उनमें
वर्धा,
रामटेक,
नागपुर,
भंडारा-गोंदिया,
गढ़चिरौली-चिमूर,
चंद्रपुर
और
यवतमाल-वाशिमपर
लोकसभा
सीटें
शामिल
हैं।
इन
7
सीटों
पर
116
उम्मीदवार
मैदान
में
हैं।
नागपुर
सीट
से
केंद्रीय
मंत्री
नितिन
गडकरी
चुनाव
मैदान
में
हैं।
पिछले
लोकसभा
चुनाव
की
बात
करें
तो
यहां
की
सातों
सीटें
एनडीए
के
खाते
में
गई
थी।
यानी
5
सीटें
बीजेपी
और
दो
सीटें
शिवसेना
ने
जीती
थीं।
बिहार में 4 सीटों पर मतदान
बिहार में पहले फेज में जिन 4 सीटों पर चुनाव होंगे उनमें औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई शामिल हैं। इन 4 सीटों पर 44 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार यहां की चारों सीटें एनडीए ने जीती थी। इसमें बीजेपी ने 4 और एलजेपी ने 1 सीट पर जीत दर्ज की थी।
आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा 25 सीटों पर होगा चुनाव
आंध्र प्रदेश में 25 सीटों पर चुनाव होगा। ये सीटें है अमलापुरम, नंद्याल, अनकापल्ली, नरसपुरम, अनंतपुर, नरसरावपेट, अरकू, नेल्लोर, बापत्ला, ओंगोल, चित्तूर, राजमुंदरी, एलुरु, राजामपेट, गुंटूर, श्रीकाकुलम, हिंदुपुर, तिरुपति, कड़पा, विजयवाड़ा, काकीनाडा, विशाखापट्टनम, कर्नूल, विजयनगरम, मछलीपट्टनम। इन 25 सीटों पर 319 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार टीडीपी ने 15 सीट, वाईएसआर कांग्रेस ने 8 सीट और बीजेपी ने 2 सीट जीती थी।
तेलंगाना की 17 सीटों पर चुनाव होगा। इन 17 सीटों पर 443 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार यहां की 11 सीटें टीआरएस, दो सीटें कांग्रेस, एक सीट बीजेपी, एक सीट वाईएसआर कांग्रेस, एक सीट टीडीपी और एक सीटी एआईएमआईएम ने जीती थी।
पश्चिम बंगाल की दो सीटों पर चुनाव होगा। इन 2 सीटों पर 18 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार ये दोनों सीट टीएमसी ने जीती थी।
अरुणाचल प्रदेश की बात करें तो यहां 2 सीटों अरुणाचल पश्चिम, अरुणाचल पूर्व पर चुनाव होंगे। इन 2 सीटों पर 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार यहां एक सीट कांग्रेस ने और एक सीट बीजेपी ने जीती थी।
असम की 5 सीटों तेजपुर, कलियाबोर, जोरहट, डिब्रूगढ़, लखीमपुर में चुनाव होगा, जहां 41 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। पिछली बार यहां एक सीट कांग्रेस ने और 4 सीट बीजेपी ने जीती थी।
ओडिशा में 4 सीटों कालाहांडी, नबरंगपुर, बेरहामपुर, कोरापुट पर व वोटिंग होगी। इन 4 सीटों पर 26 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार यहां की चारों सीटें बीजू जनता दल ने जीती थी।
18 राज्य और दो केंद्रशासित प्रदेश की 91 सीटों पर होगी वोटिंग
जम्मू-कश्मीर की बारामूला और जम्मू 2 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 2 सीटों पर 33 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार के चुनाव पर नजर डालें तो यहां की एक सीट बीजेपी और एक पीडीपी ने जीती थी।
मणिपुर में सिर्फ एक सीट बाहरी मणिपुर पर 11 अप्रैल को वोटिंग होगी। इस एक सीट पर 8 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। पिछली बार ये सीट कांग्रेस ने जीती थी और यहां 84.12 फीसदी वोटिंग हुई थी।
मेघालय की बात करें तो यहां शिलांग और तूरा दो सीटों पर चुनाव होगा। इन 2 सीटों पर 9 उम्मीदवार मैदान में हैं। पिछली बार यहां की एक सीट कांग्रेस और एक एनपीईपी ने जीती थी।
मिजोरम में सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा। इस एक सीट पर 6 उम्मीदवार मैदान में है। पिछली बार ये सीट कांग्रेस ने जीती थी।
नागालैंड में भी सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा। इस एक सीट पर 4 उम्मीदवार मैदान में है। पिछली बार ये सीट कांग्रेस ने जीती थी।
सिक्किम
की
सिर्फ
एक
सीट
पर
चुनाव
होगा।
इस
सीट
पर
11
उम्मीदवार
मैदान
में
है।
पिछली
बार
ये
सीट
एसडीएफ
ने
जीती
थी।
त्रिपुरा की सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा। इस एक सीट पर 13 उम्मीदवार मैदान में है। पिछली बार ये सीट सीपीएम ने जीती थी।
लक्षद्वीप में सिर्फ एक सीट पर चुनाव होगा। इस एक सीट पर 6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। पिछली बार ये सीट एनसीपी के खाते में गई थी।
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