Lok Saba Elections 2019: दिग्विजय ने 10 सवाल पूछ पीएम मोदी पर बोला हमला, कहा- तेरे हर वादे में निकला धोखा है
भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भोपाल लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी को घेरने का नया तरीका निकाला है। दिग्विजय ने यह तय किया है भोपाल में मतदान यानि 12 मई के लिए 10 मई की शाम को चुनाव प्रचार थमने से पहले तक दिग्विजय सिंह हर दिन पीएम मोदी से 10 सवाल पूछेंगे। सारे सवाल 2014 में पीएम मोदी की ओर से किए वादों से जुड़े हैं। दिग्विजय सिंह नें कहा, "2014 में जब आप सत्ता चाहते थे मोदी जी, तो कितने बड़े बड़े वायदे किए थे।
महिला सुरक्षा, मातृ शक्ति, महिला भागीदारी। लेकिन सत्ता पाने के बाद आप सब भूल गए। नारे तो बहुत हुए, लेकिन देश को बताते नहीं कि कुछ कर क्यों नहीं सके आप?" दिग्विजय सिंह ने स्मार्ट सिटी, घर की सुविधा, शौच मुक्त, अमृत योजना, एयरपोर्ट निर्माण, स्वच्छ भारत आदि से जुड़े मुद्दों पर भी पीएम मोदी को घेरा। आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह के मुकाबले बीजेपी ने भोपाल लोकसभा सीट से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनाव मैदान में उतारा है। ये रहे वो प्रश्न
#दस__दिन_दस_सवाल
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 8, 2019
हर वादे में तेरे एक सपना था,
हर वादे में निकला धोखा है !
न सपने साकार हुए, न शहर स्मार्ट हुए, न सबको आवास मिले, ना स्वच्छ भारत बना। सफ़ाई बातों में हुई और विकास जुमलों में।
आख़िर पाँच साल में कौन से पैमाने पर पहले से बेहतर हुआ भारत? मोदी जी बताएँ।
प्रश्न 1: शहरों का कायाकल्प होगा, स्मार्ट सिटी होंगी। बातें बड़ी-बड़ी कीं. मगर हकीकत: स्मार्ट सिटी के लिए ₹166 अरब में से मात्र 21% यानि ₹ 35.6 अरब ही खर्च हुए. ज़मीन पर तो क्या, काग़ज़ों पर भी योजना पूरी नहीं बना सके। स्मार्ट सिटी का वादा सिकुड़ कर स्मार्ट कॉलोनी रह गया!
प्रश्न 2- अब स्मार्ट सिटी ना ज़मीन पर है, ना संकल्प में! 2019 में बीजेपी के संकल्प पत्र से स्मार्ट सिटी योजना ग़ायब क्यों हो गई ? इस सपने से खुद आपका भी भरोसा उठ गया क्या मोदी जी ? 5 साल में क्या बदल गया, कि आप उस पर बात भी करना नहीं चाहते?
प्रश्न 3: बीजेपी का वादा था कि 2022 तक हर भारतीय को रहने के लिए घर मिल जाएगा। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का अनुमान है कि सरकार ने इस योजना में अनुमानित लागत का केवल 22% पैसा ही खर्च किया है। गरीब के घर के सपने के साथ भी छल किया मोदी जी?
प्रश्न 4: स्वच्छ भारत मिशन का 'गुजरात मॉडल'- CAG रिपोर्ट कहती है कि गुजरात में शौचालय बनाने का आपका टारगेट 2012 की जनसंख्या के अनुसार थे। तब से अब तक वहां परिवार बढ़े , आबादी बढ़ी मगर लक्ष्य न बदला। मोदी जी, विदेश यात्रा से वक़्त निकाल विकास के इस गुजरात मॉडल पर बात कीजिए।
प्रश्न 5: मोदी सरकार द्वारा 100% खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित प्रदेश मध्यप्रदेश व राजस्थान के 44% लोग अब भी खुले में शौच कर रहे हैं। मोदी सरकार के हर आंकड़े और दावे फ़र्ज़ी ही क्यों होते हैं?
प्रश्न 6: ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार व 500 शहरों में नागरिक सुविधाएं देने हेतु बनी 'अटल मिशन फॉर रिजॉल्यूशन ऐंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन' (अमृत) को 'विष' ही मिला। आवास और शहरी विकास मंत्रालय ने कहा कि इस योजना में 2019 तक लागत की केवल 0.38% राशि ही खर्च हुई. विकास की 'अंधी रफ्तार'?
प्रश्न 7: मोदी जी ने 35 नये एयर पोर्ट बनाने का दावा किया था। डीजीसीए के अनुसार 2015 में 95 एयर पोर्ट में से 31 काम नहीं कर रहे थे। 2018 में कुल 101 में से 27 एयर पोर्ट "नॉन ऑपरेशनल" थे। 2015 के बाद से केवल 6 नये एयर पोर्ट बने। सबसे अधिक एयरपोर्ट बनाने का हवा-हवाई दावा क्यों?
प्रश्न 8: 5 सालों में सभी घरों में नल से पेयजल पहुंचाने का 2014 का वादा पूरा न हुआ और 2024 तक सालाना 3.65 करोड़ घरों में 'नल से जल' पहुंचाने का वादा कर लिया। एक साल में 36 लाख घरों में पाइप से पानी न पाए अब किस जादू से 10 गुना लक्ष्य पूरा करेंगे? फिर नल से जल देने का झूठ क्यों?
प्रश्न 9: मप्र में बीजेपी 15 साल शासन में रही.तीन मुख्यमंत्री बदले मगर भोपाल का मास्टर प्लान नहीं बना पाई? बेतरतीब विकास से शहर का नक्शा बिगाड़ने का दोषी कौन है? संवारा नहीं तो बड़े तालाब को बिगाड़ा क्यों?
प्रश्न
10:
मोदी
जी,
आप
तो
भारत
को
स्वच्छ
करने
चले
थे.
लेकिन
आज
हक़ीक़त
ये
है
कि
दुनिया
के
टॉप
20
प्रदूषित
शहरों
में
9
भारत
के
हैं।
स्वच्छता
सड़क
पर
झाड़ू
मारने
तक
नहीं
होती.
हवा
भी
स्वच्छ
होनी
चाहिए,
पानी
भी।
आपने
उद्योगपतियों
के
लिए
पर्यावरण
के
नियम
क्यों
हवा
में
उड़ा
दिए?
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