जिंदगी की जंग हार गया IAF का लिटिल फाइटर पायलट चंदन
नयी दिल्ली। 14 वर्ष का लिटिल फाइटर पायलट चंदन कैंसर से अपनी जंग हार गया। जिंदगी की अहम लड़ाई चंदन हार गया। आज देर शाम उनकी मौत हो गई। फाइटर जेट्स के लिए अपने अद्वितीय प्यार से उसने पूरे संसार का दिल जीता, लेकिन वह कैंसर की जंग जीत नहीं पाया और शाम 6 बजे उनकी मौत हो गई।
चंदन एडवांस कैंसर से पीड़ित था। उसका ईलाज दिल्ली के एम्स हॉस्पीटल में चल रहा था। अहसनीय दर्द को सहते हुए भी चंदन के चेहरे पर मुस्कुराहट थी, लेकिन आज वो इस दर्द को झेल नहीं पाया। अपने कलेजे के टुकड़े के टूट जाने पर पिता गिरीश मंडल का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने वनइंडिया से बात कर इस बात की जानकारी दी और कहा कि उनका बेटा एक फाइटर था। उन्होंने उन सभी लोगों को शुक्रिया कहा जिन्होंने उनके बेटे के लिए दुआ मांगी। चंदन का अंतिम संस्कार बिहार में किया जाएगा। चंदन बिहार से समस्तीपुर का रहने वाला था। उनके शरीर को बिहार ले जाने की तैयारी की जा रही है।
एयरफोर्स चीफ ने जताया दुख
चंदन के निधन पर एयरफोर्स चीफ अरुप राहा ने दुख जताया है। बाल दिवस के मौके पर उसके फाइटर जेट की ख्वाहिश पूरी करने वाली इंडियन एयरफोर्स के चीफ राहा ने खुद चंदन और उसके पिता से मुलाकात की थी। अब जबकि चंदन इस दुनिया से जा चुका है तो राहा को भी इस खबर पर यकीन नहीं हो पा रहा है। उन्होंने चंदन को एक 'रीयल फाइटर' करार दिया है।
चंदन को दो दिन पहले ही एरोनॉटिकल डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी एडीए की ओर से लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट तेजस का मॉडल गिफ्ट किया गया था। चंदन की ख्वाहिश थी कि उसे एक फाइटर जेट का मॉडल अपने पास चाहिए। एडीए डायरेक्टर पीएस सुब्रहमण्यम ने चंदन के इस गिफ्ट में हुई देरी के लिए अफसोस भी जाहिर किया था।