जानिए किन-किन शहरों के बीच चलेंगी हाईस्पीड ट्रेनें
नयी दिल्ली। ट्रेनों की लेट लतीफी से परेशान है तो जल्द ही आपकी परेशानी खत्म होने वाली है, क्योंकि रेलवे हाई स्पीड ट्रेनों के परिचालन और मौजूदा गाड़ियों की रफ्तार बढ़ाने की रणनीति तैयार कर रहा है। भारतीय रेल हाई स्पीड रेल गाड़ी, जिनकी रफ्तार 300 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक गति है, सेमी-हाई स्पीड रेल गाड़ी, जिनकी रफ्तार 160 किलोमीटर प्रतिघंटा से लेकर 200 किलोमीटर प्रतिघंटा है को चलाने के संबंध में बहु-कोणीय रणनीति पर काम कर रही है।
ट्रेन के शौचालयों से नहीं आयेगी बदबू, क्योंकि...
मुम्बई-अहमदाबाद हाई स्पीड गलियारे के लिए जापान के वित्तीय और तकनीकी सहयोग से एक हाई स्पीड रेल गाड़ी (300 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक गति) को स्वीकृति दे दी गई है। यह गाड़ी जापानी शिनकानसेन हाई स्पीड प्रौद्योगिकी पर आधारित है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए 'नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड' नामक एक कंपनी बनायी गई है।
इस तरह की हाई स्पीड रेल गाड़ी को आमतौर पर बुलेट ट्रेन के रूप में जाना जाता है। मुम्बई-अहमदाबाद हाई स्पीड गलियारे (300 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक गति) के अलावा हीरक चतुर्भुजीय और अर्ध-कोणीय क्षेत्रों के संबंध में 5 अन्य गलियारों की संभावना खोजी जा रही है। जानें किन-किन शहरों में चलेगी हाईस्पीड ट्रेनें...
दिल्ली–मुम्बई के बीच हाईस्पीड ट्रेनें
[गति 300 किमी/घंटा से अधिक] मैसर्स दी थर्ड रेलवे सर्वे एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ग्रुप कॉरपोरेशन (चीनी सलाहकार) और लेहमेयर इंटरनेशनल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, भारत का संकाय। अंतरिम रिपोर्ट-1 प्राप्त। अंतरिम रिपोर्ट-2 नवम्बर, 2016 में अपेक्षित। अंतिम रिपोर्ट जनवरी, 2017 में अपेक्षित।
मुम्बई-चेन्नई के बीच हाईस्पीड ट्रेनें
[गति 300 किमी/घंटा से अधिक] मैसर्स सिस्ट्रा (फ्रांसीसी सलाहकार), राइट्स और अर्नस्ट एंड यंग एलएलपी का संकाय। अंतरिम रिपोर्ट-1 प्राप्त। अंतरिम रिपोर्ट-2 नवम्बर, 2016
दिल्ली-कोलकाता के बीच हाईस्पीड ट्रेनें
[गति 300 किमी/घंटा से अधिक] मैसर्स आईएनसीओ-मैसर्स टीवाईपीएसए - मैसर्स इंटरनेशनल कंस्लटेंट्स एंड टेक्नोक्रेट्स प्राइवेट लिमिटेड (स्पेनी सलाहकार) का संकाय। अंतरिम रिपोर्ट-1 और 2 प्राप्त। अंतिम रिपोर्ट जनवरी, 2017 में अपेक्षित।
दिल्ली-नागपुर के बीच हाईस्पीड ट्रेनें
[गति 300 किमी/घंटा से अधिक] चीनी रेलवे कंपनी के साथ सरकार से सरकार के बीच सहयोग। शुरूआती रिपोर्ट प्राप्त।
मुम्बई-नागपुर के बीच हाईस्पीड ट्रेनें
[गति 300 किमी/घंटा से अधिक] स्पेनी रेलवे कंपनियों के साथ सरकार से सरकार के बीच सहयोग। अंतरिम रिपोर्ट-1 प्राप्त। अंतरिम रिपोर्ट-2 नवम्बर, 2016 में अपेक्षित। अंतिम रिपोर्ट जनवरी, 2017 में अपेक्षित।
दिल्ली-चंडीगढ़ सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] लागत साझा आधार पर सीएनसीएफ (फ्रांस) को व्यवहार्यता सह कार्यान्वयन अध्ययन सौंपा गया।
चेन्नई – बैंग्लुरू - मैसूर सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] चीनी रेलवे के ईआरवाईयूएएन ग्रुप को उनकी लागत पर गति उन्नयन के लिए व्यवहार्यता अध्ययन सौंपा गया।
दिल्ली - कानपुर सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] उत्तरी, उत्तर - मध्य में संबंधित जोनल रेलवेने 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है।
नागपुर - बिलासपुर सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] दक्षिण पूर्व मध्य रेल को गति बढ़ाने की निशानदेही की है, जिसके लिए तकनीकी इनपुट्स आवश्यक हैं।
मुम्बई - गोवा सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] मध्य, दक्षिण - पश्चिमी, कोंकण रेलवे इस दिशा में काम कर रहा है। ताकि इस रूट पर हाई स्पीड ट्रेनें चल सकें।
मुम्बई - अहमदाबाद सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] पश्चिमी रेलवे ने इस दिशा में काम तेज कर दिया है।
चेन्नई - हैदराबाद सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] दक्षिणी, दक्षिण मध्य मिलकर इस रूट की ट्रेनों को हाई स्पीड की श्रेणी में लाने की तैयारी में हैं।
नागपुर- सिकंदराबाद सेमी हाई स्पीड ट्रेनें
[गति 160 किमी/घंटा से अधिक] मध्य, दक्षिण मध्य के इस रूट पर हाई स्पीड ट्रेनों की सख्त जरूरत है।