लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने कोविड-19 फ्रंटलाइन वर्कर्स, इनोवेटर्स को किया सम्मानित
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने कोरोना काल में निस्वार्थ भाव से देश सेवा करने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स और इनोवेटर्स के सम्मान में एक विशेष संस्करण निकाला है।
नई दिल्ली, 21 सितंबर। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने कोरोना काल में निस्वार्थ भाव से देश सेवा करने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स और इनोवेटर्स के सम्मान में एक विशेष संस्करण निकाला है। सोमवार को जारी इस संस्करण में मानव प्रयास, संरचना, शिक्षा, रक्षा, सरकार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, एडवेंचर, व्यवसाय, सिनेमा, प्राकृतिक दुनिया, साहित्य और कला में उपलब्धियां हासिल करने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साल 2021 में इस पुस्तक ने अपने प्रकाशन के 30 वर्ष पूरे किए। इस संस्करण में दुनिया के सबसे बड़े नागरिक निकासी अभियान वंदे भारत मिशन, नोककार रोबोटिक्स (निखिल कुरेले और हर्षित राठौर का एक स्टार्ट-अप जो कम लागत वाले पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाता है।), भारत बायोटेक और आईसीएमआर के सहयोग से निर्मित कोवेक्सिन और सीरम इन्टीट्यूट द्वारा निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन का भी जिक्र किया गया है।
पब्लिशिंग हाउस हैचेट इंडिया ने कहा 2020-22 संस्करण का संयुक्त संस्करण पर्यावरण के अनुकूल किये गए अन्य अभियानों के बीच स्थिरता अभियान, अपशिष्ट प्रबंधन और रीसाइक्लिंग के लिए भारत के हरित योद्धाओं की उपलब्धियों का जश्न मना रहा है। 2020-22 के संस्करण में नए रिकॉर्ड्स को शामिल करने के साथ साथ, भारत के विकास में पिछले तीन दशकों में मील का पत्थर साबित हुईं 30 विशेषताओं को भी शामिल किया गया है।
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बता दें कि लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स को 1990 में लॉन्च किया गया था। इसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के बराबर दर्जा हासिल है। यह पुस्तक देश और दुनिया में भारतीयों की अनूठी उपलब्धियों को संकलित करती है। इस अबसर पर हैचेट इंडिया के प्रबंध निदेशक थॉमस अब्राहम, जो 1988 से 94 तक इसके संपादक भी थे, ने कहा कि पिछले दो वर्षों की बाधाओं के बावजूद लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स वापस आ गया है और एक मील का पत्थर माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे विशेष खुशी हो रही है कि मैं शुरुआत से इस यात्रा का हिस्सा रहा था और अब एक बार फिर इसकी यात्रा का हिस्सा हूं। इसके 30 संस्करण पूरे हो चुके हैं। भारत अपने शिखर पर है। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की सेवामुक्त संपादक विजया घोष ने कहा। इस साल का लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स संस्करण एक महान मील का पत्थर है। अपनी स्थापना से ही, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स को कई क्षेत्रों में तुरंत पहचान मिली और लोगों के बीच आशा की एक किरण पैदा हुई।