लालू की सेवा करने के लिए खुद पर FIR दर्ज करवा जेल चला गया लक्ष्मण और बन गया रसोइया
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पटना। आज तक आप लोगों ने भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति का भाव देखा होगा लेकिन इस बार हम आपको बताने जा रहे हैं नेता के प्रति भक्ति कि उस कहानी के बारे में जिसे सुनने के बाद आप दांतो तले उंगली दबा देंगे। जिस जेल में जाने के नाम सुनकर ही अच्छे अच्छे लोगों की होश ठिकाने लग जाते हैं उसी जेल में अपने आदरणीय नेता की सेवा करने के लिए दो कार्यकर्ताओं ने झूठा मुकदमा दर्ज करा उनके जेल पहुंचने से पहले खुद जेल चला गया और अपने आदरणीय नेता का रसोईया बनकर उनकी सेवा करने लगा।
हम बात कर रहे हैं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके भक्तों लक्ष्मण की जो लालू यादव के जेल जाने से कुछ घंटे पहले ही अपने ऊपर मारपीट के झूठा मुकदमा दर्ज करा कर जेल चला गया। लक्ष्मण के साथ साथ एक और भक्त मदन यादव भी साथ गया और लालू यादव से 2 घंटे पहले जेल में पहुंचकर उनकी सेवा की व्यवस्था का जायजा लेते हुए उनके आने का इंतजार करने लगा। लेकिन इस बात की जानकारी राजनीतिक गलियारे में हो गई जिससे एक बार फिर इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है।
लक्ष्मण और मदन को 2 दिन पहले ही एहसास हो गया था
मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के रहने वाले लक्ष्मण और मदन को 2 दिन पहले ही एहसास हो गया था कि लालू प्रसाद यादव जेल चले जाएंगे इसलिए अपने ऊपर लोअर बाजार थाने में धारा 341, 323, 504, 379, 34 के तहत केस दर्ज कराया और इसी मामले में लालू यादव के जेल जाने से 2 घंटे पहले वह जेल चला गया।
झूठा मारपीट का मुकदमा दर्ज करवाया
दरअसल जेल जाने के लिए लक्ष्मण और मदन ने अपने पड़ोसी को तैयार किया तथा झूठा मारपीट का मुकदमा दर्ज करवाया। जिसमें सुमित यादव ने आरोप लगाया कि लक्ष्मण और मदन ने मारपीट कर ₹10000 लूट लिए हैं। जिसके बाद दोनों सीजीएम कोर्ट में सिलेंडर कर बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया।
ताकि लालू प्रसाद यादव का सही से ख्याल रख सके
ऐसा कहा जा रहा है कि इन दोनों को जेल जाने के लिए यूं ही नहीं चूना गया इससे पहले भी यह दोनो लालू यादव के काफी करीबी रह चुके हैं और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी जब लालू यादव होटवार जेल में बंद हुए थे तब उनकी सेवा करने के लिए लक्ष्मण पहुंच गया था। इसी तरह 23 दिसंबर 2017 को जब सीबीआई कोर्ट में सुनवाई के दौरान लालू को जेल भेजने का हुआ तो लक्ष्मण और मदन को भी एक झूठा मारपीट का मुकदमा दर्ज करवा कर पहले ही बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया। जहां वह लालू प्रसाद यादव का सही से ख्याल रख सके।
मामले में थाना प्रभारी को शक हुआ
हालांकि इस मारपीट के मामले में थाना प्रभारी को शक हुआ और उन्होंने जेल भेजने से इंकार कर दिया जिसके बाद तीनों लोअर बाजार थाने पहुंचे। तो दूसरी तरफ FIR दर्ज होते ही एडवोकेट ने सीजीएम कोर्ट में मदन और लक्ष्मण को सरेंडर करवा दिया तथा वहां से वह जेल चले गए। दिन में 2:30 बजे लक्ष्मण और मदन जेल पहुंचे तो 4:30 बजे लालू यादव।
2 घंटे पहले ही जेल जा कर उनका इंतजार किया
आपको बताते चलें कि लालू प्रसाद यादव के लिए जेल जाने वाले लक्ष्मण और मदन दोनों लालू यादव के खास माने जाते हैं 24 घंटे तक साथ रहने वाले यह दोनों सेवक में से एक वह है जो लालू यादव का रसोईया चुका है और पटना से लेकर दिल्ली तक लालू यादव के लिए खाना बनाने का काम करता था। इसीलिए लालू प्रसाद यादव जब पिछली बार जेल गए थे तो उनके साथ लक्ष्मण चला गया था और इस बार उनके जेल पहुंचने से 2 घंटे पहले ही जेल जा कर उनका इंतजार कर रहा था।