
Lakshmi-Ganesh on currency notes: नोटों पर क्यों दिखते हैं महात्मा गांधी, जानिए पूरा इतिहास?
Ganesh Laxmi photo on Indian currency: दीपावली के जश्न के बीच दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय नोट पर मां लक्ष्मी और गणपति भगवान की फोटो छपवाने की मांग कर दी है। दिवाली के ठीक बाद दिल्ली सीएम की ओर से केंद्र सरकार से की गई मांग को लेकर राजनीति तेज हो गई है। नोटों पर लक्ष्मी गणेश की फोटो होने की मांग के केजरीवाल के दांव के बाद सियासी जंग छिड़ चुकी है। क्या आपने कभी सोचा है कि नोट पर क्यों महात्मा गांधी ही फोटो छपी होती है? आइए जानते हैं

नोट पर पहले छपता था केवल अशोक स्तंभ
बता दें भारत को अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्रता 15 अगस्त 1947 को मिली लेकिन 26 जनवरी 1950 को देश गणतंत्र हुआ। 1950 तक भारत में रिजर्व बैंक प्रचलित करंसी नोट ही छाप कर जारी कर रहा था लेकिन इसके बाद भारतीय करेंसी पर ब्रिटेन के महाराज के स्थान पर महात्मा गांधी की फोटो छापने पर सहमति बनी लेकिन बाद में निर्धारित हुआ कि नोट पर अशोक स्तंभ की फोटो छापी जाएगी।
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पहले वाटर मार्क के रूप में छपनी शुरू हुई गांधी जी की फोटो
आजादी के बाद 1987 में महात्मा गांधी की फोटो को नोट के बाई तरह वाटर मार्क के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। तभी से भारतीय करंसी पर महात्मा गांधी नजर आने लगे।

1996 में महात्मा गांधी की फोटो छापनी शुरू की
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 1996 में महात्मा गांधी की फोटो छापनी शुरू की और वो चलन में आए। इसके बाद 5, 10, 20, 100, 500 और 1000 के नोट में अशोक स्तंभ की जगह महात्मा गांधी की फोटो और अशोक स्तंभ की फोटो नोट के बायीं तरफ नीचे के हिस्से में प्रिंट होने लगी।

बापू की फोटो ही नोट पर क्यों छापी गई
बापू की फोटो ही नोट पर क्यों छापी गई और किसी अन्य स्वतंत्रता सेनानी की फोटो क्यों नहीं छापी गई इस पर पहले भी कई बार बहस छिड़ चुकी है। इसके पीछे वजह ये है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में माना जाता है वो राष्ट्र का चेहरा थे। अगर किसी और स्वतंत्रता सेनानी या किसी वस्तु की फोटो छापी जाती तो क्षेत्रीय विवाद हो सकता था इसलिए महात्मा गांधी की फोटो चुनी गई।

जानें नोट पर नजर आने वाली फोटो कब की है
नोटों पर जो गांधी जी फोटो आपको नजर आती है वो उनकी ओरिजन फोटो है। इस फोटो को 1946 की है जब महात्मा गांधी लार्ड फ्रेडरिक पेथिक लांरेंस विक्ट्री हाउस में मौजूद थे।