भारतीय सेना ने किया ब्रह्मोस का सफल परीक्षण, जानिए क्या है खास?
ब्रह्मोस के प्रमुख सुधीर मिश्रा ने वनइंडिया से बताया कि यह बेहद खतरनाक मिसाइल है। 1 नवम्बर को नौसेना के आईएनएस कोच्चि से इसका परीक्षण किया गया आज भारतीय थल सेना ने सफल परीक्षण किया। जल्द ही सुखोई से परीक्षण किया जायेगा। यह मिसाइल दुश्मन के युद्धपोत, विमान व टैंक उड़ाने में सक्षम है।
इस मिसाइल में क्या है खास पढ़ें स्लाइडर में-
सेना का ब्रह्मास्त्र
ब्रह्मोस मिसाइल को भारतीय सेना का ब्रह्मास्त्र कहा जाता है।
हर तरफ कर सकती है मार
जमीन से जमीन, समुद्र से हवा में, जमीन से हवा में मार करती है।
क्रूज़ मिसाइल
यह एक क्रूज़ मिसाइल है, जिसे चलते वाहन से दागा जा सकता है।
हवा में बदलती मार्ग
फायर करो और भूल जाओ- यह मिसाइल फायर करने के बाद हवा में अपना मार्ग भी बदल सकती है। यह hi-lo ट्रेजेक्ट्री पर चलती है।
मिसाइल की रेंज
इस मिसाइल की रेंज 290 किलोमीटर है।
मिसाइल की गति
इस मिसाइल की गति 2.8 मैक रहती है।
तीन रेजीमेंट में है ब्रह्मोस
भारतीय सेना में ब्रह्मोस के तीन रेजीमेंट हैं। इन सभी में ब्रह्मोस के लेटेस्ट वर्जन शामिल हैं।
नौसेना के पास ब्रह्मोस
भारतीय नौसेना में ब्रह्मोस को 2005 में शामिल किया गया था।
थल सेना में 2007 में आयी
भारतीय थल सेना में 2007 में ब्रह्मोस को शामिल किया गया था।
बहुत जल्द वायुसेना में आयेगी
बहुत जल्द सुखोई से दागी जायेगी, जिसके बाद यह मिसाइल वायुसेना का भी भाग बन जायेगी।