केरल: बाढ़ में घर खोने वाले मजदूर ने लौटाई सरकारी मदद, सीएम को लिखा भावुक खत
केरल: बाढ़ में घर खोने वाले मजदूर ने लौटाई मदद की रकम, सीएम को लिखा खत
नई दिल्ली। केरल में अगस्त में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। केरल में आई भयानक बाढ़ से 300 से ज्यादा की मौत हुई है और अभी तक भी कुछ लोग लापता हैं। वहीं बहुत से मकान इस बाढ़ में ढह गए और फसलें तबाह हो गई। बाढ़ के बाद अब सरकार लोगों को वापस बसाने के लिए काम कर रही है और इसके लिए नुकसान का जायजा लेकर लोगों को मदद की जा रही है। कोच्चि में एक मजदूर ने मदद में मिला दस हजार रुपया लौटा दिया और कहा कि वो खुद अपने हालात से लड़ लेगा सरकार किसी दूसरे की मदद कर दे।
मिली थी दस हजार की इमरजेंसी मदद
केरल के कोच्चि के रहने वाले मजदूर जॉर्ज को सरकार की ओर दस हजार की मदद मिली ताकि वो अपने घर को ठीक करा सकें। जॉर्ज ने ये पैसा लौटाते हुए एक खत मुख्यमंत्री को लिखा। उन्होंने खत में कहा कि मैं गरीब हूं और बाढ़ पीड़ितों की कोई मदद नहीं कर सका लेकिन अब मुझे मिले रुपये किसी ज्यादा जरूरतमंद को दे दिए जाएं तो मुझे खुशी होगी। जॉर्ज स्पाइनल कॉर्ड सर्जरी से गुजर चुके हैं और भारी काम नहीं कर पाते हैं लेकिन इस सबके बावजूद उन्होंने खुद को मिली मदद लेने से इनकार कर दिया।
94 रुपए दान करने पहुंचे मोहनन
केरल बाढ़ में ऐसे कई लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए जिनका अपनी माली हालत भी नाजुक है। हाल ही में केरल के इराट्टूपेटा नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष टीएम रशीद ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए बताया कि एक भिखारी ने 94 रुपए बाढ़ पीड़ितों को दिए। रशीद ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि कोट्टायम के रहने वाले मोहनन चार किलोमीटर पैदल चलकर उनके घर पहुंचे। रसीद ने देखा कि मोहन सीढ़ियों पर बैठकर वो अपने रुपए गिनने लगे। मोहनन ने 94 रुपए के सिक्के रशीद को देते हुए कहा कि वो इतनी ही मदद कर सकते हैं, इस पैसे को बाढ़ राहत के काम में लगा दिया जाए।
मछली बेचकर पढ़ाई करने वाली केरल की छात्रा हनान हामिद का एक्सीडेंट, आईसीयू में भर्ती
छात्रा बाढ़ पीड़ितों को दी अपनी कमाई
मछली बेचकर अपनी पढ़ाई करने वाली बीएससी की छात्रा हनान हामिद ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए डेढ़ लाख रुपये दान किए। हनान ने कहा पैसा मुख्यमंत्री राहत कोष में देते हुए कहा था कि जो उन्हें लोगों ने दिया, अब वो वही उन लोगों को वापस दे रही हैं। हनान ने बताया था कि उनकी कहानी सामने आने के बाद कई लोगों ने उनकी मदद की ताकि वो पढ़ाई जारी रख सकें। ऐसे में अब जब केरल के लोग मुश्किल में हैं तो वो अपना पैसा मुख्यमंत्री राहत कोष में दे रही हैं।
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