केरल के लोग ज्यादा पढ़े लिखे हैं इसलिए बीजेपी को वोट नहीं देते हैं, बोले बीजेपी नेता
नई दिल्ली: केरल में अगले महीने विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी। जिस वजह से सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जी-जान से जुटी हुई हैं। बीजेपी ने भी इस बार सत्ता की चाभी पाने के लिए मेट्रोमैन ई श्रीधरन को मैदान में उतारा, लेकिन एक बड़े नेता के बयान से पार्टी की जमकर किरकिरी हुई है। इसी बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने भी चुटकी ली है।
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अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने बीजेपी नेता ओ. राजगोपाल का इंटरव्यू लिया था। जिसमें उनसे पूछा गया कि केरल में बीजेपी अपना राजनीतिक स्थान बनाने में क्यों सक्षम नहीं है? हरियाणा और त्रिपुर में पार्टी का कोई खास वजूद नहीं था, लेकिन वहां पर सरकार बन गई। इसके अलावा बंगाल में भी बहुत ही कम समय में बीजेपी ने खास जगह बना ली है। इस पर राजगोपाल ने कहा कि केरल एक अलग तरह का प्रदेश है। यहां पर बीजेपी की पकड़ नहीं मजबूत होने के कई कारण हैं।
एक बड़े कारण का जिक्र करते हुए राजगोपाल ने कहा कि राज्य की साक्षरता दर 90 फीसदी है, यहां के लोग तार्किक हैं, साथ ही हर मुद्दे पर सोचते हैं। ये शिक्षित लोगों की आदतें होती हैं। वहीं केरल में 55 फीसदी हिंदू और 45 फीसदी अल्पसंख्यक हैं। इन सब वजहों से केरल के हालात अलग हैं। जिस वजह से दूसरे राज्यों से उसकी तुलना नहीं की जा सकती। इसके बावजूद भी बीजेपी बेहतर ढंग से काम करते हुए आगे बढ़ रही है।
थरूर
ने
कही
ये
बात
वैसे
तो
शुरू
में
इस
बयान
पर
किसी
ने
ध्यान
नहीं
दिया,
लेकिन
कांग्रेस
सांसद
शशि
थरूर
ने
इसे
लपक
लिया।
उन्होंने
इंटरव्यू
का
एक
हिस्सा
शेयर
करते
हुए
लिखा
कि
ये
अद्भूत
है
कि
मेरे
अच्छे
दोस्त
और
पूर्व
प्रतिद्वंद्वी
ओ
राजगोपाल
ने
इंटरव्यू
में
इस
बात
को
खुलकर
कहा।
एक
बीजेपी
नेता
ने
माना
कि
केरल
के
लोग
बीजेपी
को
वोट
इसलिए
नहीं
देते
क्योंकि
वे
शिक्षित
हैं
और
सोच
सकते
हैं।