नहीं किया राष्ट्रपति का खाना चेक, अफसर किया गया सस्पेंड
बेंगलुरु। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बीते दिनों कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू के दौरे पर गए थे। इस दौरान उनकी सुरक्षा में भारी चूक हुई। इस चूक के जिम्मेदार अफसर को सस्पेंड कर दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति कोविंद जब यहां कर्नाटक के दोनों सदनों के संयुक्त बैठक को संबोधित करने पहुंचे थे तो उनके खाने की जांच नहीं की गई। बताया गया कि कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को फूड सेफ्टी ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया क्योंकि वो राष्ट्रपति के दौरे के दौरान मौजूद नहीं था। बता दें कि फूड सेफ्टी ऑफिसर का काम होता है कि वो राष्ट्रपति के लिए बनाए जा रहे खाने का पूरी जांच करे और उनके साथ रहे, लेकिन वो दो दिवसीय दौरे के दौरान अनुपस्थित था।
तब दिया गया निलंबन का आदेश
पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य और परिवार विभाग ने फूड सेफ्टी ऑफिसर जी गुणशीलन को कर्तव्यों का पालन ना करने और दुर्व्वयवहार का कारण बता कर सस्पेंड कर दिया। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण आयुक्त मनोज कुमार मीणा ने मंगलवार को विभिन्न एजेंसियों की रिपोर्ट मिलने के बाद गुणशीलन के निलंबन का आदेश दिया था।
प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ
निलंबन आदेश के मुताबिक, बीएनएमपी के पूर्वी प्रभाग में खाद्य सुरक्षा अधिकारी के रूप में काम करने वाले गुणशीलन को उन खाद्य पदार्थों की तैयारी की निगरानी के लिए सौंपा गया था जो राष्ट्रपति और वीवीआईपी को खाने के लिए तैयार किया गया था। गुणशीलन ने 25 अक्टूबर को मौके पर मौजूद नहीं थे। राष्ट्रपति की सुरक्षा में चूक के कारण प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ। पुलिस महानिरीक्षक बेंगलुरू ने इस मामले में जांच की थी जिसमें उन्होंने स्पष्टीकरण के लिए बीबीएमपी और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग दोनों को लिखा था।
आखिरी मिनट पर लिया गया फैसला
हालांकि गुणशीलन ने अधिकारियों को उत्तर दिया और उनकी अनुपस्थिति के वास्तविक कारणों के बारे में बताया। हाालांकि अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। सूत्रों ने से मिली जानकारी के अनुसार जब यह पता चला कि अमुक अधिकारी मौजूद नहीं है, तो थोड़ी देर के लिए काफी दिक्कत हो गई। हालांकि आखिरी वक्त पर एक अन्य अधिकारी को तैनात कर, सुरक्षा चूक को कवर करने की कोशिश की गई।
सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं रही चूक
राज्य विधायिका सचिवालय के अधिकारियों ने भी प्रोटोकॉल और सुरक्षा के पालन में चूक कर दिया। फोटो सेशन में केवल विधायकों और एमएलसी को ही रहना था लेकिन कुछ सेवानिवृत्त पत्रकारों और सांसदों को सामने की पंक्ति में बैठा देखा गया था। अध्यक्ष के.को. कोलीवाड़ ने कहा है कि वह फोटो सत्र के दौरान प्रोटोकॉल उल्लंघनों की जांच करेंगे औरअधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।