पिछले चुनावों की तुलना में जब्ती में 23 गुना वृद्धि, चुनाव आयोग ने 5 राज्यों का शेयर किया डेटा
चुनाव आयोग ने गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में जब्ती का आंकड़ा साझा किया है। पिछले चुनावों में कुल 1028.73 करोड़ रुपये जब्त किए थे
Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव का बिगुल आज यानी बुधवार को बज गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे चुनाव का शेड्यूल जारी किया है। राज्य में 10 मई को वोट डाले जाएंगे। इस बार एक ही चरण में चुनाव होंगे। इस बीच चुनाव आयोग ने जब्ती को लेकर बड़ी जानकारी साझा की है। चुनाव आयोग ने 5 राज्यों में पिछले दो चुनावों के दौरान जब्ती को लेकर आंकड़ा साझा किया है। पिछले चुनाव 2022-23 में कुल 1028.73 करोड़ रुपये जब्त किए थे, वहीं 2017-18 में कुल 43.49 करोड़ जब्त किए थे। पिछले चुनाव की जब्ती 2017-18 की तुलना में 23 गुना अधिक है।
Manifold increase in seizures marks increased focus on expenditure monitoring in the previous 5 State Elections. Seizures totaling over Rs. 1028 crores were recorded in the five states which is approx 23 times more than in previous elections: CEC #KarnatakaElections2023 pic.twitter.com/E3n7W230xq
— Election Commission of India #SVEEP (@ECISVEEP) March 29, 2023
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चुनाव आयोग ने कहा कि जब्ती के मामले में कई गुना वृद्धि हुई है। पिछले 5 राज्यों के चुनावों में खर्च पर ध्यान दिया गया है। निर्धारित व्यय के रुपये से अधिक की कुल बरामदगी हुई है। गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में 1028 करोड़ रुपये बरामद किए गए, जो पिछले चुनावों की तुलना में लगभग 23 गुना अधिक है। वहीं चुनाव आयोग की तारीख की घोषणा के बाद कर्नाटक में आज से आचार संहिता लागू हो गया।
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 25 मई को समाप्त होने वाला है। राज्य में 224 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। मतदाता सूची के अनुसार 5.21 करोड़ से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं। वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदान केंद्र पर सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी।
कर्नाटक में 58282 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। ऐसे में लग रहा था कि चुनाव दो चरणों में होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चुनाव आयोग ने सभी सीटों पर एक साथ मतदान करवाने का फैसला लिया है। इसके लिए आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। साथ ही सुरक्षा इंतजाम भी किए जा रहे। चुनाव आयोग ने साफ किया कि उनकी कोशिश रहेगी कि शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न हों। इसके लिए जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं।
वोटों की गिनती
क्या था पिछला रिजल्ट? कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं। साल 2018 के परिणाम में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला। हालांकि बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। इसके बाद कांग्रेस ने 80 और जेडीएस ने 37 सीटों पर कब्जा जमाया। शुरुआत में बीजेपी ने सरकार बनाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन ने बाजी मारी। इस गठबंधन में एचडी कुमारस्वामी को सीएम की कुर्सी मिली।
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