इस शख्स ने बनाई थी कार के पीछे लगी रहने वाली 'गुस्साए हनुमान' की तस्वीर, खुद बताई पूरी कहानी
नई दिल्ली। कर्नाटक से लेकर राजधानी दिल्ली की सड़कों तक का सफर करने वाले हनुमान जी के इस रौद्र रूप (एंग्री हनुमान) के स्टीकर को तो आपने जरूर देखा होगा। अब तो सोशल मीडिया पर भी ये तस्वीर खासा वायरल हो चुकी है। वैसे तो बजरंगबली बलशाली हैं और हर तस्वीर में शांत दिखते हैं लेकिन जो स्टीकर वायरल हो रहा है उसमें उन्हें काफी क्रोधित दिखाया गया है। इस स्टिकर की सबसे बड़ी विशेषता ही यही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान के इस स्टीकर को बनाने वाला कौन है? या फिर इसको बनाने के पीछे की कहानी क्या है? नहीं, तो आईए आपको विस्तार से बताते हैं
करण आचार्य ने बनाया है स्टीकर, खुद ही हैं आश्चर्य
मेंगलुरु के रहने वाले करण आचार्य का कहना है कि उन्होंने एंग्री हनुमान का यह चित्र अपने दोस्तों के कहने पर बनाया था। उनको इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि यह चित्र स्टिकर का रूप लेकर इतना प्रसिद्ध हो जाएगा। पिछले महीने जब करण बेंगलुरु गए तो वहां हर दूसरी गाड़ी पर उनका बनाया हुआ स्टिकर देख कर वह चौंक गए।आपको बता दें कि करण आचार्य को स्केचिंग और पेंटिंग का खास शौक है।
क्यों बनाया ये स्टीकर
सबसे पहली बार करण ये तस्वीर उस वक्त बनाई जब उनके दोस्तों ने बीते साल 2016 में गणेश चतुर्थी के मौके पर ध्वज पर लगाने के लिए एक तस्वीर बनाने को कहा। दोस्तों के कहने पर करण ने तस्वीर बनाई जो कि दोस्तों को खासी पसंद आई और इसे उस वक्त ध्वज पर बनाया गया। करण कहते हैं कि, वो इस तस्वीर को पुरा बनाना चाहते थें लेकिन उनके दोस्तों को ध्वज पर लगाने के लिए केवल चेहरे की ही जरूरत थी। करण ने बताया कि, कुछ दिनों के बाद मैने बैंगलुरू में पहली बार ये स्टीकर एक कार के पीछे देखा।
देखेते ही देखते पूरे देश में फैल गई यह तस्वीर
यह किसी को मालूम नहीं कि सोशल मीडिया में किसने इस तस्वीर को कहां-कहां भेजा लेकिन पिछले कुछ महीनों से ये तस्वीर पूरे देश में फैल गई। अब यह लाखों गाड़ियों के बैक विंडों पर नजर आ रही है। बाजार में और आनलाइन भी एंग्री हनुमान स्टीकर्स तेजी से बिक रहे हैं। करण ने बताया कि इसे किसी खास मकसद से नहीं बनाया गया। लोगों को बजरंगबली का यह रुप पसंद आ रहा है इसलिए वो अपनी गाड़ियों पर लगा रहे हैं। वैसे एक कलाकार को इतनी छूट तो होनी ही चाहिए कि वो अपनी कल्पना से देवी-देवताओं के अलग-अलग रुप को तस्वीरों में उतार सके।