राम मंदिर पर बयान देकर बुरे फंसे कपिल सिब्बल, वक्फ बोर्ड ने भी किया किनारा
नई दिल्ली। राम मंदिर के मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दिए गए सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के बयान में नया मोड़ आ गया है। उनके बयान को लेकर कांग्रेस के पल्ला झाड़ने के बाद अब सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी इसे गलत बताया है। बुधवार को सुन्नी वक्फ बोर्ड के हाजी महबूब ने सिब्बल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हां, कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं, लेकिन वो एक राजनीतिक पार्टी से भी जुड़े हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को दिया गया उनका बयान गलत था। हम इस मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान चाहते हैं।'
आपको बता दें कि मंगलवार को अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई थी। इस दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में अपील की, कि अयोध्या मामले का फैसला आने वाले लोकसभा चुनाव तक टाल दिया जाए। इसके बाद कपिल सिब्बल के बयान पर विवाद शुरू हो गया। भाजपा ने आरोप लगाया कि सियासी फायदे के लिए कांग्रेस राम मंदिर को लटकाना चाहती है। हालांकि कांग्रेस ने कपिल सिब्बल के बयान को उनका निजी विचार बताते हुए पल्ला झाड़ लिया, लेकिन भाजपा इस मुद्दे पर हमलावर है।
बुधवार को अहमदाबाद के धंधुका में आयोजित रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के मुद्दे पर कपिल सिब्बल को निशाने पर लिया। पीएम ने कहा, 'मुझे कोई आपत्ति नहीं कि कपिल सिब्बल अयोध्या मामले पर मुस्लिम समाज की ओर से केस लड़ रहे हैं, ये उनका हक है, लेकिन सिब्बल ये कैसे कह सकते हैं कि लोकसभा चुनाव तक इस मामले पर कोई फैसला ना हो। अयोध्या का मामला लोकसभा चुनाव से कैसे जुड़ा हुआ है? चुनाव के लिए कांग्रेस राम मंदिर को लटकाना चाहती है। राम मंदिर का फैसला तो सुप्रीम कोर्ट करेगा लेकिन कांग्रेस अपना नफा-नुकसान देखने में लगी है। 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस लड़ेगी या सुन्नी वक्फ बोर्ड?'
Babri demolition anniversary: 10 साल के मासूम बेटे के पिता को मार दी गई थी गोली