अपने POK वाले बयान को कंगना ने ठहराया सही, बोलीं- मुझे गालियां दी गईं, रक्षक ही भक्षक होने का एलान कर रहे
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अपने ट्वीट्स और इंटरव्यू के चलते बीते कुछ समय से सुर्खियों में बनी हुई हैं। हाल ही में कंगना ने मुंबई पुलिस से लेकर महाराष्ट्र सरकार तक पर निशाना साधा था। साथ ही उन्होंने केंद्र से सुरक्षा की मांग करते हुए कहा था कि वह मुंबई में सुरक्षित महसूस नहीं करेंगी और उन्हें मुंबई पीओके जैसी महसूस हो रही है। आज एक बार फिर कंगना अपने इस बयान पर अड़ी हुई हैं और उन्होंने इसे एक बार फिर दोहराया है। बता दें कंगना आज मुंबई से मनाली के लिए रवाना हुई हैं। उन्होंने रवाना होने से पहले दो ट्वीट किए हैं और महाराष्ट्र सरकार पर फिर निशाना साधा है।
पीओके वाले बयान को सही ठहराया
कंगना ने एक खबर का लिंक शेयर किया है, जिसमें शिवसेना ने कंगना पर तंज कसा है और इशारों में 'पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर' कहते हुए चेताया है। इसपर कंगना ने कहा है, 'भारी मन के साथ आज मुंबई से रवाना हो रही हूं, जिस प्रकार मुझे लगातार आतंकित किया गया है, मेरे ऑफिस को तोड़ने के बाद मेरे घर को तोड़ने की कोशिश में लगातार मुझे गालियां दी गईं, हमले किए गए, मेरे चारों ओर घातक हथियारों के साथ सतर्क सुरक्षा थी, इसलिए मुझे ये कहना चाहिए कि पीओके को लेकर मेरी कही गई बात सही थी।'
महाराष्ट्र सरकार पर फिर साधा निशाना
अपने एक अन्य ट्वीट में कंगना रनौत ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इसमें कहा है, 'जब रक्षक ही भक्षक होने का एलान कर रहे हैं धड़ियाल बन लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे हैं, मुझे कमजोर समझ कर बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं! एक महिला को डरा कर उसे नीचा दिखाकर, अपनी इमेज को धूल कर रहे हैं!!' बता दें कंगना रनौत ने मुंबई आने से पहले अपनी कोरोना वायरस की जांच करवाई थी। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी लेकिन उन्हें मुंबई में 7 दिनों से अधिक रहने की इजाजत नहीं थी। इसी वजह से महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें क्वारंटाइन नियमों से छूट दी थी।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने लगाई थी रोक
कंगना के बयानों के बाद शिवसेना नेता संजय राउत और महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कंगना से कह दिया था कि उन्हें महाराष्ट्र में रहने का अधिकार नहीं है। बीएमसी द्वारा कंगना के ऑफिस को तोड़े जाने के बाद ये मुद्दा और ज्यादा गर्मा गया। जब कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ की गई तो उन्होंने इसे बाबर और पाकिस्तान जैसे शब्दों तक से जोड़ा। बाद में खुद अभिनेत्री ने इसके जवाब में एक वीडियो जारी किया और उसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का नाम लिया। हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने ऑफिस में तोड़फोड़ पर रोक लगाने का आदेश दे दिया था।
टूटा ऑफिस देखने पहुंची थीं कंगना
कंगना अपना टूटा हुआ ऑफिस देखने भी गई थीं। कंगना ने ऑफिस देखने के बाद कहा था, 'मैंने अपना ऑफिस 15 जनवरी को खोला था, जिसके थोड़े समय बाद ही कोरोना आ गया। बाकी लोगों की तरह ही मैंने भी तब से काम नहीं किया है, अब मेरे पास ऑफिस ठीक कराने के पैसे नहीं हैं, मैं यहां ऐसे ही काम करूंगी। इसे इसी बात की निशानी बनाकर रखूंगी कि एक औरत ने दुनिया से टकराने की हिम्मत दिखाई थी।' अपने ट्वीट में कंगना ने हैशटैग 'कंगना बनाम उद्धव' लिखा था। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस से कहा कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर प्रतिबंधित पदार्थों और नशीले पदार्थों का इस्तेमाल करने वाले आरोपों की जांच करें। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि मुंबई पुलिस अभिनेता अध्यन सुमन के उन आरोपों की जांच करेगी, जिसमें उन्होंने कहा था कि कंगना रनौत ड्रग्स लेती थीं।
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