बिहार में कमीशन राज, मैं भी लेता था घूंस- जीतन राम मांझी
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बगावती सुर के बाद सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें रोबोट मुख्यमंत्री समझकर बिहार की कमान सौंपी थी। उन्होंने कहा कि शरद यादव मुझपर दबाव बनाते आ रहे थे कि मैं खुद इस्तीफा दें दूं लेकिन मैंने ये करने से इनकार कर दिया।
वहीं मांझी ने बिहार की प्रशासन व्यवस्था पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार में हर तरह के निर्माण कार्य में सबका कमीशन बंधा हुआ है। पुलों के निर्माण में बिहार के मुख्यमंत्री तक कमीशन पहुंचता है। साथ कमीशन लेकर शिक्षकों का तबादला और पदोन्नति दी जाती है। मांझी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि बिहार के इंजीनीयर लागत को बढ़ा चढ़ाकर दिखाते हैं और निर्माण कार्य में मोटी कमाई करते हैं।
पटना के गांधी मैदान में बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के 14वें स्थापना दिवस में मांझी ने कहा कि इंजीनियर कमीशन सभी को देते हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी के पास भी आता है और मैं इस रकम को शिक्षकों के हित में लगाऊंगा।
गौरतलब है कि बिहार के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने मांझी को 20 फरवरी को अपना बहुमत साबित करने को कहा है। वहीं मांझी ने अपील की है कि मतदान को गुप्त कराया जाए जिससे की विधायकों पर किसी तरह का दबाव नहीं रहे। उधर नीतीश कुमार ने राज्यपाल पर भाजपा के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मांझी को इतना समय देकर राज्यपाल ने खरीद फरोख्त को खुली छूट दी है।