नीतीश कुमार का बड़ा बयान, बीजेपी के साथ गठबंधन बना रहेगा, सीटों की शेयरिंग के लिए पेश किया ये फार्मूला
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नई दिल्ली। बिहार के सीएम और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को दिल्ली में आयोजित पार्टी की बैठक में स्पष्ट कर दिया कि वह 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर ही लड़ेंगे। जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा यही था कि 2019 का चुनाव एनडीए के साथ लड़ा जाए या उससे अलग होकर। सभी की नजरें पार्टी की इस बैठक पर लगी हुई थीं, लेकिन नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि जेडीयू-बीजेपी गठबंधन बरकरार रहेगा।
नीतीश कुमार की अहम बैठक के बाद सामने आया फार्मूला
नीतीश कुमार की पार्टी की अहम बैठक के बाद एक फार्मूला भी सामने आया है, जिसमें अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू को 17-17 सीटों पर लड़ने की बात कही गई है, जबकि एनडीए के बिहार में अन्य दो सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 6 सीटें देने पर सहमति बन सकती है। नीतीश कुमार ने पार्टी की बैठक के दौरान कहा कि जब वह आरजेडी के साथ सरकार में थे तो उनपर तरह-तरह के कमेंट किए जाते थे, लेकिन बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं किया।
बीजेपी को भी नीतीश की कुछ शर्तें माननी होंगी
नीतीश ने इस बात का भी जिक्र किया कि 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी लहर में बीजेपी ने भले ही 22 सीटें जीती हों, लेकिन हमने अपने 17 साल पुराने दोस्त से एक बार फिर हाथ मिलाया है, ऐसे में हर किसी को बलिदान के लिए तैयार रहना चाहिए। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को पटना आ रहे हैं। उनके आने से पहले नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह एनडीए में बने रहने को तैयार, लेकिन इसके लिए बीजेपी को भी उनकी कुछ शर्तें माननी होंगी।
शीट शेयरिंग के मुद्दे पर काफी गंभीर चर्चा हुई
जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने स्थानीय न्यूज चैनल से बातचीत में खुलासा किया कि बैठक में शीट शेयरिंग के मुद्दे पर काफी गंभीर चर्चा हुई। इस दौरान तय किया गया बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से जेडीयू कम से कम 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने सीटों की दावेदारी को लेकर भी चर्चा की। जदयू के नेता जोर देकर कहा कि हम फिर से कह रहे हैं कि बिहार में भाजपा के साथ हमारा गठबंधन जारी रहेगा और नीतीश कुमार एनडीए के नेता होंगे। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 22 पर जीत दर्ज की थी। उसके गठबंधन सहयोगियों लोजपा और रालोसपा ने क्रमश : छह और तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में जदयू केवल दो सीटें जीत सकी थी। नीतीश कुमार ने उस वक्त एनडीए से नाता तोड़ लिया था, जिसका उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था।