जहां पापा हुए थे शहीद वहीं बेटी ने फहराया तिरंगा, कहा- मैं भी दुश्मनों से लड़ूंगी
श्रीनगर। 'मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी को यह पता रहे कि उसके पिता ने क्या किया। उसे कीर्ति चक्र हासिल करने का महत्व पता होना चाहिए। इसलिए मै उसी जमीन पर वापस आई हूं जहां मेरे पति शहीद हुए थे। यह उनकी पहली पुण्यतिथि है।'
बेटी ने किया ध्वजारोहण
यह बात सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के शहीद जवान प्रमोद कुमार की पत्नी नेहा ने कही। दरअसल, वो अपनी 6 वर्षीय बेटी अरन्ना के साथ जम्मू और कश्मीर स्थित श्रीनगर के CRPF कैंप गई थीं। यहां कैंप में उनकी बेटी अरन्ना ने ध्वजारोहण किया और पिता को श्रद्धांजलि दी।
प्रमोद ने बीते साल किया था ध्वजारोहण
बता दें कि प्रमोद कुमार बीते साल 15 अगस्त को ही कर्णनगर स्थित कैंप में ध्वजारोहण करने के बाद परेड की सलामी ली थी। इसी के तुरंत बाद नौहट्टा में आतंकी हमले की सूचना मिली थी, जिसके तुरंत बाद वो वहां पहुंचे और आतंकियों का काम तमाम कर दिया था। हालांकि प्रमोद के सिर में दो गोली लगी और वो शहीद हो गए थे।
Recommended Video
नेहा की बेटी अरन्ना ने कहा
इस दौरान नेहा की बेटी अरन्ना ने कहा कि मेरे पापा हीरो थे। मैं भी अपने पापा की तरह हीरो बनूंगी। मेरी मां कहती हैं कि मुझे पापा की तरह बहादुर बनना है. मैं भी पापा की तरह वर्दी पहन कर देश के दुश्मनों से लडूंगी।
यह मेरे लिए गर्व की बात
पति की शहादत के बाद झारखंड स्थित जमताड़ा में रह रहीं नेहा ने कहा कि मेरे लिए यह गर्व की बात है कि यहां आने के एक दिन पहले ही मेरे पति को कीर्ति चक्र प्रदान किया गया। मैं यहां पहली बार आई हूं ताकि बेटी अरन्ना यहां खुद आकर उन लोगों से बात करे और अपने पापा के बारे में जाने। अरन्ना ने कहा कि मुझे जब भी पापा की याद आती है तो मैं उनकी वर्दी और तस्वीर देखती हूं।
ये भी पढ़ें: वंदे मातरम के बाद तिरंगे पर शर्मिंदगी, भाजपा की महिला सांसद ने पकड़ा उल्टा झंडा