मोदी को रोकने के लिए विपक्ष ला रहा एक और गांधी, जानिए उनकी शख्सियत
पूर्व प्रशासक, राजनयिक और राज्यपाल रहे गोपालकृष्ण गांधी ने कहा है कि विपक्षी नेताओं ने उनसे संपर्क किया है। हालांकि पूरी बातचीत बहुत शुरूआती दौर में ही है।
नई दिल्ली। जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष अपना गणित साधने में जुटे हुए हैं। दोनों ही ओर से इस पद पर अपना उम्मीदवार जिताने के लिए सियासी गुणा-गणित बिठाई जा रही है। खास तौर से विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति के पद के लिए ऐसा उम्मीदवार तलाश रही हैं जिससे बीजेपी के नेतृत्व वाले धड़े को हराया जा सके। फिलहाल विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर गोपालकृष्ण गांधी का नाम नाम आगे दिख रहा है। विपक्ष के कई दलों के नेताओं ने उनसे इस संबंध में चर्चा की है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष बना रहा खास रणनीति
खुद गोपालकृष्ण गांधी ने भी माना है कि उनका नाम राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से चर्चा में चल रहा है। हालांकि ये बेहद शुरूआती दौर में है।
गोपालकृष्ण गांधी ने माना, उनसे विपक्षी नेताओं ने किया संपर्क
पूर्व प्रशासक, राजनयिक और राज्यपाल रहे गोपालकृष्ण गांधी ने कहा है कि विपक्षी नेताओं ने उनसे संपर्क किया है और आगामी राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से संयुक्त तौर पर उनका नाम राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर आगे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। गोपालकृष्ण गांधी, महात्मा गांधी के पोते हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में गोपालकृष्ण गांधी ने कहा है कि हां उनसे इस संबंध में चर्चा हुई है। हालांकि पूरी बातचीत बहुत शुरूआती दौर में ही है। अभी इस संदर्भ में मैं कुछ भी नहीं कह सकता।
महात्मा गांधी के पोते हैं गोपालकृष्ण गांधी
सूत्रों के मुताबिक विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए जिन दो नामों पर चर्चा चल रही है उनमें गोपालकृष्ण गांधी का नाम तो है ही साथ ही पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार का भी नाम शामिल है। हालांकि कई विपक्षी दलों ने कांग्रेस पार्टी से जुड़ी मीरा कुमार के नाम पर सहमति नहीं जताई है। वहीं सूत्रों का दावा है कि गोपालकृष्ण गांधी से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में बात की है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी गोपालकृष्ण गांधी के नाम का समर्थन करती नजर आ रही हैं।
मीरा कुमार और गोपाल कृष्ण गांधी रेस में सबसे आगे
बता दें कि 2012 में ममता बनर्जी ने गोपालकृष्ण गांधी का नाम उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए सुझाया था हालांकि गोपालकृष्ण गांधी ने खुद इससे इंकार कर दिया था। सूत्रों के मुताबिक विपक्ष की ओर से जिन नामों पर शुरूआती दौर में चर्चा हुई उनमें गोपालकृष्ण गांधी का नाम तो सबसे आगे है ही, मीरा कुमार के साथ-साथ एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव का नाम भी शामिल था। फिलहाल गोपालकृष्ण गांधी और मीरा कुमार का नाम ही अब रेस में विपक्ष की ओर से नजर आ रहा है।
बीजेपी को रोकने के लिए विपक्ष का दांव
फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की रणनीति पर गौर करें तो अभी विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार के ऐलान को लेकर वो कोई जल्दबाजी में नहीं हैं। मई के तीसरे हफ्ते में सोनिया गांधी की बीएसपी सुप्रीमो मायावती से मुलाकात होगी। वहीं एक वरिष्ठ नेता की मानें तो विरोधी पक्ष की रणनीति पर विपक्ष की रणनीति निर्भर है। अगर सत्ता पक्ष की तरफ से झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का नाम आगे किया जाएगा तो उनके मुकाबले में मीरा कुमार को उतारा जा सकता है।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी को खुशखबरी
फिलहाल विपक्ष की ओर से रणनीति पर चर्चा का दौर जारी है। इस सबके बीच राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के नेतृत्व वाली सत्तापक्ष के लिए अच्छी खबर है। वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार का समर्थन करेगी। जगन मोहन रेड्डी का ये ऐलान एकजुट हो रहे विपक्ष के लिए बड़े झटके से कम नहीं है।