International Yoga Day 2021: कोरोना काल में एंजायटी का हो रहे हैं शिकार, तो करें ये 5 योगासन
International Yoga Day 2021: कोरोना में एंजायटी का हो रहे हैं शिकार, तो करें ये 5 योगासन
नई दिल्ली, 17 जून: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को दुनियाभर में मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत भारत के पहल से हुई है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस मनाए जाने की पहल की थी। जिसके बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 मेंबरों द्वारा 21 जून को इंटरनेशन योगा डे मनाने की मंजूरी मिली। इसके बाद 21 जून 2015 को को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।
योगा शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक तीनों चीजों के लिए फायदेमंद है। कोरोना काल में योगा का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। महामारी और लॉकडाउन के वक्त योगा ने लोगों की शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से मदद की है। कोरोना से रिकवर हुए मरीजों और लॉकडाउन के दौरान घर में बंद मरीजों को एंजायटी और पैनिक अटैक की बहुत समस्याएं हुई हैं, तो चलिए हम आपको आज 5 ऐसे योगासन बताते हैं, जिससे आपको कोरोना में एंजायटी से ऊबर सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने भी कहा- योगा से कम होगा कोरोना एंजायटी
संयुक्त राष्ट्र ने अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर कहा है कि योगा करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए बहुत अच्छा है। यूएन ने कहा है, कोरोना में सिर्फ एक शारीरिक संकट नहीं है बल्कि इनसे लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को भी बहुत अधिक प्रभावित किया है। कोरोना रोगी और लॉकडाउन में रहने वाले लोग डिप्रेशन, एंजायटी का शिकार हो रहे हैं। योग ऐसे संकटों से निपटने वाले लोगों की मदद करता है। कई रिसर्च में पाया गया है कि योगा करने वाले लोग इस कोराना काल में सकारात्मक रहे हैं। योगा लॉकडाउन और अलगाव भरी जिंदगी में लोगों की डर और चिंता को भगाने में भी उपयोगी रहा है।
संयुक्त राष्ट्र ने चिंता और तनाव को दूर करने के लिए सुझाए ये योगासन
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है, अगर इस कोरोना काल में आप चिंता और तनाव को दूर करना चाहते हैं तो आपको माइंडफुलनेस मेडिटेशन अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करनी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र ने जो योगासन सुझाए हैं, वो इस प्रकार हैं।
-ब्रेथ
अवेयरनेस
मेडिटेशन-
जो
दिन
में
10
मिनट
करना
है।
-15
मिनट
मेडिटेशन
यानी
ध्यान
लगाने
का
प्रयास
करें।
-
45
मिनट
के
लिए
अवेयरनेस
मेडिटेशन
करें।
-
45
मिनट
खड़े
होकर
या
बैठकर
कोई
भी
योगा
करें।
इन मेडिटेशन और योगा को कैसे करना है, आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं- https://www.un.org/en/coronavirus/wellness
इसके अलावा आप कोरोना में एंजायटी को दूर करने के लिए इन 5 योगासन को भी कर सकते हैं। ये योगासन बाबा रामदेव ने कोरोना काल में तनाव को दूर रखने के लिए सुझाए हैं।
1. भुजंगासन:
इस योग आसन को करने के लिए आपको सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और अपनी थेलियों को कंधे के सीध में लाएं। पैरों को सीधा रखें और दूरी कम करें। आप सांस लेते हुए नाभि के ऊपर वाले पूरे शरीर के भाग को हाथ के सहारे उठाएं। इस प्रकिया को आप 20 सेकेंड से 1 मिनट तक अपनी क्षमता के अनुसार होल्ड कर सकते हैं।
2. सर्वांगासन:
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और अपने हाथों को शरीर के पास रखें। सांस भीतर की ओर खींचते हुए दोनों हाथों को कमर पर लगाएं और पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं। दोनों पैरों को 90 डिग्री के एंगल पर रखना होगा। आप अपनी लोअर बॉडी को हाथ के सहारे जितना सीधा रख पाएंगे,ये उतना अधिक फायदेमंद होगा।
3. नौकासन:
इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। लोअर बॉडी को रीढ़ की हड्डी सीधे रखते हुए ऊपर की ओर उठाएं। ध्यान रखें दोनों पैरों को 45 डिग्री कोण पर रखें। टेलबोन को बढ़ाएं और हिप्स को जितना हो सके नाभि के करीब ले आएं। वहीं दोनों हाथों को उठाकर पैरों के पास ले जाने की कोशिश करें।
4. मर्कटासन-
इसे करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं और दोनों हाथों को कंधो के समानान्तर फैला लें। दायं पैर को 90 डिग्री पर उठाते हुए धीरे-धीरे बायें हाथ के पास ले जाएं। वापस अपनी स्थिति पर आ जाएं। फिर बांय पैर को 90 डिग्री पर उठाते हुए धीरे-धीरे दांए हाथ के पास ले जाएं। इस पूरी प्रक्रिया को मर्कटासन कहते हैं। इसे आप अपनी क्षमता के मुकाबिक 10 से 30 सेट लगा सकते हैं।
5. हलासन-
हलासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को शरीर से चिपका कर सीधा रखें। अब दोनों पैरों को एक साथ 90 डिग्री कोण पर उठाते हुए सीधा खड़ा करें और धीरे-धीरे कोशिश करें कि पैर आपके सिर के पीछे जाए। आप चाहे तो इसको करने के लिए हाथों से कमर को सपोर्ट दे सकते हैं।