दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर लोगों ने पुलिस पर किया पथराव, तीन गिरफ्तार
नई दिल्ली। दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर पालम विहार / बिजवासन के पास बुधवार को फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। औद्योगिक कामगार होने का दावा करने वाले सैकड़ों लोग बुधवार सुबह दिल्ली से गुरुग्राम की ओर जा रहे थे तभी पुलिस ने उन लोगों के दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर रोक दिया। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने पत्थर बरसा दिए। इस मामले में पुलिस ने 50 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिसमें से पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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पालम विहार दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर से बिलकुल सटा हुआ इलाका है। सुबह करीब 9 बजे बाहरी दिल्ली से सटे इलाके में 800 से 1000 लोग जमा हो गए। जब पुलिस ने उन्हें रोका तो इलाके का माहौल तनावपूर्ण हो गया। सभी मजदूरों का कहना था कि, वे उद्योग विहार की एक गारमेंट फैक्ट्री में काम करते हैं। लेकिन जब उनसे पुलिस ने आईडी मांगी तो वे दिखाने में असमर्थ रहे। जब पुलिस ने उन्हें गुरुग्राम में प्रवेश करने से रोका, तो भीड़ उग्र हो गई। उन्होंने गुरुग्राम पुलिस पर पथराव और ईंटें बरसाईं। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
#WATCH Delhi: Locals pelt stones at police on Delhi-Gurugram border near Palam Vihar, allegedly after they were not allowed to cross the border into Gurugram. More details awaited. (Note - Abusive language) pic.twitter.com/FZ9PKInsuf
— ANI (@ANI) May 20, 2020
एसएचओ पालम विहार दविंदर सिंह ने कहा सभी औद्योगिक श्रमिकों को वन टाइन औद्योगिक पास जारी किए गए हैं, जो उन्हें एक बार के लिए गुरुग्राम में प्रवेश करने की अनुमति देंगे। इसके बाद संबंधित कारखानों को उनके लिए आवास की व्यवस्था करनी होगी। लेकिन इन मजदूरों के पास ऐसा कोई पास नहीं था और जब रोका गया, तो वे हिंसक हो गए और हम पर हमला कर दिया। पथराव में पुलिस के जवानों को चोटे भी लग गई है।
दिल्ली-गुरुग्राम के बीच रूटीन में आवाजाही कम करने के लिए गुरुग्राम के जिलाधीश अमित खत्री ने आदेश जारी कर रखा है कि गुरुग्राम में काम करने वाले गुरुग्राम में रहें और दिल्ली में काम करने वाले दिल्ली में रहें। आदेशानुसार यदि उद्यमी अपने श्रमिकों के लिए रहने का इंतजाम कर लें तो एक बार सीमा में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन उद्यमी की ओर से ऐसी कोई व्यवस्था फिलहाल नहीं की गई है।
उद्योग विहार इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने कहा कि, कड़े एसओपी को देखते हुए, हमें सभी श्रमिकों के लिए आवास की व्यवस्था करने की आवश्यकता है। उद्योग के पास इसके लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं और 100 प्रतिशत श्रमिकों को प्राप्त करने की अनुमति होने के बावजूद, उन्होंने गुरुग्राम में केवल 40 प्रतिशत के साथ शुरुआत की है।
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