आईएसआईएस में एक शामिल है एक मुस्लिम भारतीय, भारत में हाई अलर्ट
हवाई अड्डों और बंदरगाहों को तमिलनाडु में जन्मे और सिंगापुर निवासी हाजी फकरूद्दीन उस्मान अली के बारे में जानकारी दी गई है। शक है कि अली ने सीरिया के गृह युद्ध में भी हिस्सा लिया था। एक अधिकारी ने कहा कि बगदाद में सरकार के खिलाफ जारी जिहादी जंग से भारतीय कनेक्शन के तौर पर उस्मानी ठोस उदाहरण हो सकता है।
इस
बीच,
विदेश
मंत्री
सुषमा
स्वराज
ने
इराक
की
स्थिति
पर
विचार-विमर्श
करने
के
लिए
खाड़ी
देशों
में
भारत
के
राजदूतों
और
दूतों
के
साथ
बैठक
की।
इस
बैठक
का
उद्देश्य
इराक
में
भारतीय
नागरिकों
की
सुरक्षा
और
उन्हें
बाहर
निकालने
के
लिए
भविष्य
की
रणनीति
तैयार
करना
था।
तमिलनाडु
के
गुल
मोहम्मद
ने
बनाया
जिहादी:
अली
को
जिहादी
बनाने
के
पीछे
तमिलनाडु
के
गुल
मोहम्मद
मारैकर
का
हाथ
बताया
जा
रहा
है।
गुल
मोहम्मद
को
हाल
ही
में
भारत
डिपोर्ट
किया
गया
था।
गुल
मोहम्मद
कुड्डालेर
का
रहने
वाला
है।
सिंगापुर
की
खुफिया
एजेंसी
के
रडार
पर
आने
से
पहले
गुल
वहां
की
एक
चर्चित
मल्टीनेशनल
कंपनी
में
काम
करता
था।
पहले
था
सुपर
स्टोर
का
मैनेजर:
सिंगापुर
की
ओर
से
मुहैया
कराए
गए
डॉजियर
के
मुताबिक
अली
सिंगापुर
में
सुपर
स्टोर
के
मैनेजर
के
रूप
में
काम
कर
चुका
है।
उसने
2007
में
पहली
बार
धार्मिक
मिशन
का
बीड़ा
उठाया
था।
कहा
जाता
है
कि
2013
में
वह
सीरिया
भी
गया
था।
माना
जाता
है
कि
सिंगापुर
जाने
के
कुछ
सालों
बाद
अली
ने
वहां
की
नागरिकता
ले
ली
था।
तमिलनाडु
के
गुल
मोहम्मद
ने
बनाया
जिहादी:
अली
को
जिहादी
बनाने
के
पीछे
तमिलनाडु
के
गुल
मोहम्मद
मारैकर
का
हाथ
बताया
जा
रहा
है।
गुल
मोहम्मद
को
हाल
ही
में
भारत
डिपोर्ट
किया
गया
था।
गुल
मोहम्मद
कुड्डालेर
का
रहने
वाला
है।
सिंगापुर
की
खुफिया
एजेंसी
के
रडार
पर
आने
से
पहले
गुल
वहां
की
एक
चर्चित
मल्टीनेशनल
कंपनी
में
काम
करता
था।