Indian diplomat अभय की कविताओं को थिएटर के कलाकारों ने जीवंत बनाया, 'अर्थ एंथम' का 150 भाषाओं में अनुवाद
भारत को साहित्य जगत में बहुरत्ना वसुंधरा भी कहा जाता है। इसका प्रमाण हैं राजनयिक अभय कुमार की रचनाएं। उनकी कविताएं दुनिया में भारत की धाक कही जा सकती हैं। अभय की 'अर्थ एंथम' 150 भाषाओं में ट्रांसलेट हो चुकी हैं।
Indian Diplomat अभय कुमार की लेखनी में साक्षात सरस्वती का वास कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। दरअसल, ऐसा कहने का कारण है राजनयिक अभय कुमार के कवि हृदय से निकलीं झकझोरने वाली रचनाएं। उनकी रचनाओं की लोकप्रियता और प्रासंगिकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दक्षिण भारतीय प्रदेश चेन्नई के थिएटर कलाकारों ने अभय की तीन कविताओं का मंचन करने का फैसला लिया। पूर्वी अफ्रीकी देश मेडागास्कर में राजनयिक रहे अभय की कविताओं के प्रभावी होने का एक और प्रमाण इनकी किताबों को मिलने वाले अवॉर्ड हैं। चेन्नई के थिएटर में अभय की कविता में कैसे जान फूंकी गई, इनके करियर में और कौन से प्रेरक आयाम हैं, जानिए इस रिपोर्ट में-
समुद्र किनारे पर कविताओं का जादू
राजनयिक अभय की पहचान कवि के रूप में भी है। अपने जादुई शब्दों से कई किताबों को आकार दे चुके अभय की कविताओं को चेन्नई के एक थिएटर में पेश किया गया। दरअसल, कविता के जादू में जब संगीत और कलाकारों की प्रस्तुति भी जुड़ जाती है, तो यह अंत:करण को झंकृत करने वाली रचना बन जाती है। समुद्र किनारे बसा महानगर चेन्नई भी कुछ ऐसे ही लम्हों का गवाह बना।
'थियेटर पोएट्री रीडिंग' की 25वीं वर्षगांठ
चेन्नई में जब राजनयिक अभय कुमार की लेखनी से निकले शब्दों को पांच थिएटर आर्टिस्ट ने अपने अंदाज में पेश किया तो दर्शक मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सके। समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई के तेयनमपेट में 'थियेटर पोएट्री रीडिंग' की 25वीं वर्षगांठ मनाई गई। इसी दौरान अभय कुमार की तीन कविताओं का मंचन हुआ।
तीन कविताओं को थिएटर में दिखाया
इस आयोजन के दौरान अभय कुमार की नवीनतम कविता की पुस्तकों में से उनकी कविताओं का चयन किया गया। कविताओं के नाम-
- लैटिन अमेरिका के अक्षर (The Alphabets of Latin America)
- आवारा कविताएं (Stray Poems) और
- मानसून (Monsoon)
मशहूर थिएटर कलाकारों - वी बालकृष्णन, थिएटर निशा के संस्थापक, मीरा सीतारमन और शक्ति रमानी ने तीनों रचनाओं को जीवंत कर दिया। अभय कुमार ने खुद भी कहा कि कविताओं को भावपूर्ण संगीत और कलाकारों की प्रस्तुति के साथ देखकर "सपना देखने जैसा" महसूस हुआ। उन्होंने उनकी कविताओं को जीवंत करने और उन्हें एक नया आयाम देने के लिए कलाकारों का आभार जताया।
ब्राजील की साहित्य अकादमी में चुने गए
राजनयिक अभय की कविताओं के चुनाव और थिएटर में कविता पाठ के आयोजन से जुड़े प्रकृति फाउंडेशन के संस्थापक, रणवीर शाह ने अभय के कमाल के कवि करार दिया। उन्होंने कहा, अभय की रचानाओं ने विश्व स्तर पर प्रभाव डाला है। विशेष रूप से उनका "अर्थ एंथम", जिसका दुनिया की 150 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।" बता दें कि हाल ही में अभय को ब्राजील के साहित्य अकादमी के एक संबंधित सदस्य के रूप में चुना गया है।
नीचे पढ़ें अभय की रचना 'अर्थ एंथम'---
कालिदास की रचनाओं का अंग्रेजी अनुवाद
अभय की कविताओं की संगीबद्ध प्रस्तुति हुई जिसमें बांसुरी पर विक्रम और वायलिन पर किरण कश्यप के संगीत सुनने वालों के दिलों और आत्मा को झकझोर रहे थे। कमाल की संगीतमय परफॉर्मेंस के बाद खुद कलमकार और राजनयिक अभय ने कलाकारों के साथ फोटो भी क्लिक कराई। कविता से जुड़े राजनयिक अभय कालिदास के मेघदूत और ऋतुसंहार का संस्कृत से अंग्रेजी भाषा में अनुवाद कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए पोएट्री बुक ऑफ द ईयर अवार्ड (2020-21) भी जीता।
10 पंक्ति का एंथम 150 भाषाओं में अनुवाद
राजनयिक अभय के साहित्य प्रेम का अंदाजा उनके ट्विटर टाइमलाइन से भी लगाया जा सकता है। अफ्रीकी देश से भारत आने के बाद जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शरीक हुए अभय ने नोबेल पुरस्कार और बुकर प्राइज हासिल करने वाले रचनाकारों के साथ फोटो शेयर की हैं। अर्थ एंथम की रचना के बारे में अभय बताते हैं कि 2008 में इसकी शुरुआत हुई। लंबी अवधि के बाद एक ऐसी कॉमन रचना तैयार हुई जो पूरी धरती के लिए हो। अप्रैल, 2022 तक 10 पंक्ति के अर्थ एंथम का 150 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।
संस्कृत और पूर्वी अफ्रीकी देश की भाषा का कनेक्शन
ऐसी ही एक तस्वीर में कवि अभय कुमार को गीतकार और पटकथा लेखन में संस्थान का दर्जा पा चुके जावेद अख्तर और गुलजार के साथ भी गौरवपूर्ण लम्हे शेयर करते देखा गया। उन्होंने खुद ट्विटर पर लिखा कि भारतीय साहित्य और उर्दू जगत में दोनों मूर्धन्य हस्तियां हैं। मॉनसून के बारे में एक रिपोर्ट में लिखा गया कि दुनिया के भूगोल की यात्रा करती यह रचना 150 स्टैंजा में लिखी गई कमाल की अनुभूति कराती है। अभय के साहित्य से जुड़ाव का एक और प्रमाण संस्कृत और पूर्वी अफ्रीकी देश मेडागास्कर की भाषा Malagasy का रिलेशन बताना है।
अवॉर्ड विनर कलमकार हैं राजनयिक अभय
अभय की कामयाबी की कहानी में कई और भी आयाम हैं, जिनमें उनकी रचना- मॉनसून और बुक ऑफ बिहारी लिटरेचर बेहद लोकप्रिय हैं। बिहारी... को कलिंगा लिटरेरी फेस्टिवल में अवॉर्ड मिलेगा। अभय के को दक्षिण एशियाई कविता में उनके योगदान के लिए 2013 में SAARC साहित्य पुरस्कार मिला। लगभग एक दर्जन कविता संग्रहों के लेखक अभय आधा दर्जन से अधिक पुस्तकों को संपादित भी कर चुके हैं।
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