भारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत, बेहद खतरनाक 'स्काई स्ट्राइकर' ड्रोन ने उड़ाई चीन-PAK की नींद
नई दिल्ली, 3 सितंबर। भारतीय सेना ने अपने ड्रोन के बेड़े में 100 और खतरनाक आत्मघाती ड्रोन शामिल करने का बड़ा फैसला लिया है। साल 2019 के फरवरी में पाकिस्तान पर भारत के एयर स्ट्राइक के बाद दुनिया को भारतीय सेना की शक्ति का एहसास हुआ था। अब ऐसे ही बालाकोट टाइप मिशन को खतरनाक तकनीक से अंजाम देने के लिए सेना 100 से ज्यादा स्काई स्ट्राइकर को अपने बेड़े में शामिल करने वाली है। आधुनिक तकनीक और विस्फोटक से लैस इस ड्रोन को बेंगलुरू की एक कंपनी इजरायल के एल्बीट सेक्युरिटी सिस्टम के साथ मिलकर बना रही है।
इसकी खासियत जान चीन और पाकिस्तान भी खौफ के मारे थर-थर कांपने लगेंगे। भारतीय सेना आपातकालीन खरीद शक्तियों के तहत 100 से अधिक स्काई स्ट्राइकर खरीदने का करार किया है। स्काई स्ट्राइकर की रेंज 100 किलोमीटर होती है और यह अपने लक्ष्य के करीब पहुंचकर खुद को विस्फोट कर लेता है। अपने साथ यह खतरनाक ड्रोन 10 किलोग्राम विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकता है। दुश्मन के ठिकाने को तबाह करने के लिए इस ड्रोन को डिजाइन किया गया है। यह मानवरहित एरियल हथियार है, इसलिए इसमें जवानों की जान को भी कोई खतरा नहीं है।
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इस आत्मघाती ड्रोन को 'सूसाइड ड्रोन' अथवा 'कैमिकेज ड्रोन' के नाम से भी जाना जाता है। स्काई स्ट्राइकर 10 मिनट में 20 किलोमीटर की दूरी तक पहुंच सकता है। कंपनी का कहना है कि उड़ान के दौरान यह ड्रोन खुद के नेविगेशन का उपयोग करता है। सेना और बेंगलुरु स्थित कंपनी अल्फा डिजायन इजरायल की फर्म एल्बीट सेक्युरिटी सिस्टम के बीच यह करार 100 करोड़ रुपए में बुधवार (1 सितंबर) को हुआ। इस ड्रोन की एक और खासियत यह है कि यह खुद अपने लक्ष्य को ढूंढकर उन पर हमला करता है। इतना ही नहीं यह चुपके से ठिकानों पर धावा बोलकर दुश्मन को हैरान कर सकता है। सेना को 'सूसाइड ड्रोन' मिलने के बाद उसकी ताकत और बढ़ जाएगी।
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