जिस ड्रोन ने अलकायदा सरगना को लगाया ठिकाने, उसे खरीदेगा भारत, जानें खासियत
नई दिल्ली: भारत लगातार खुद को रक्षा क्षेत्र में मजबूत कर रहा है, जिसके तहत अब एक ऐसा ड्रोन खरीदा जा रहा, जो दुश्मन के घर में घुसकर उसे ढेर कर देता है और किसी को पता भी नहीं चलता। हाल ही में इस ड्रोन ने अफगानिस्तान में एक सफल ऑपरेशन किया, जिसमें अलकायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी ढेर हुआ। इस वजह से पिछले काफी दिनों से इस ड्रोन की खूब चर्चा हो रही है।
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कितनी है कीमत?
जवाहिरी को उसके घर यानी अफगानिस्तान में ढेर करने वाले अमेरिकी ड्रोन का नाम MQ9 Reaper है। भारत सरकार इसको खरीदने की प्रक्रिया में लगी हुई है। अगर सब कुछ सही रहा तो ये ड्रोन जल्द ही भारत के पास होगा। इस हाईटेक ड्रोन की कीमत करीब 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
क्या रुक गया था सौदा?
भारतीय रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक जब अप्रैल में भारत और अमेरिका के बीच 2+2 विदेश और रक्षा मंत्री स्तर की बैठक हुई थी, उसी दौरान इस ड्रोन को खरीदने की चर्चा शुरू की गई। चीन और पाकिस्तान के साथ लगातार हो रहे विवाद की वजह से इस ड्रोन खरीद प्रोजेक्ट को काफी अहम माना जा रहा है। इसके जरिए आराम से LoC और LAC पर निगरानी की जा सकेगी। इसके अलावा अगर जरूरत पड़ी तो ये दुश्मन के घर में घुसकर हमला भी कर सकेगा। वैसे बीच में खबर आई थी कि ये सौदा रुक गया है, लेकिन ड्रोन तैयार करने वाली कंपनी जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कॉरपोरेशन के मुख्य कार्यकारी डॉ. विवेक लाल के मुताबिक इसको लेकर बातचीत अंतिम चरण में है।
क्या है खासियत?
MQ9 पूरी तरह से मानवरहित विमान है, जिसे जमीन पर स्थित कंट्रोल सेंटर से उड़ाया जाता है। ये लॉन्ग रेंज ड्रोन की श्रेणी में आता है, साथ ही अपने साथ हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें लेकर चलता है। ये एक मल्टीरोल यूएवी है, जिसका इस्तेमाल निगरानी, जासूसी और हमले के लिए किया जा सकता है। इसकी रफ्तार की बात करें तो वो अधिकतम 482 किलोमीटर प्रति घंटे है और ये 25 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर ये 50 हजार फीट तक जा सकता है।
कितनी है रेंज?
अब बात आती है इसकी सबसे बड़ी खासियत की, जो है इस ड्रोन की रेंज। इसकी रेंज 1900 किलोमीटर है और ये अपने मिशन पर 1700 किलो का पेलोड ले जा सकता है। इसको तैयार करने वाली कंपनी के मुताबिक ये ड्रोन 36.1 मीटल लंबा है, अगर इस पर कोई हथियार ना लगाया जाए तो इसका वजन 2223 किलो होगा, जबकि ये 1800 KG ईंधन के साथ उड़ान भर सकता है।
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समुद्र के अंदर भी खोज लेगा दुश्मन को
इस ड्रोन में तीन खास रडार लगाए गए हैं। पहला रडार टारगेट को पता करके उस पर हमला करने के लिए है, जबकि दूसरे रडार का इस्तेमाल निगरानी के लिए किया जाता है। वहीं तीसरा रडार सबसे खास है, जो समुद्र के अंदर चलने वाली पनडुब्बियों का भी पता लगा लेता है और उनपर आसानी से हमला कर सकता है।