देश के विकास के लिए भारत कहां से लाएगा 4700 अरब डॉलर
बेंगलूरू। भारत को आर्थिक विकास के लिए अरबों डॉलर की जरूरत पड़ेगी। एक जानकारी के मुताबिक 280 लाख करोड़ रुपये हुए तो ही भारत का विकास हो पाएगा।
परिसंघ
ने
यहां
जारी
अपने
एक
बयान
में
कहा
कि
अगले
पांच
साल
में
देश
में
निवेश
की
जरूरत
का
अनुमान
देते
हुए
परिसंघ
ने
अनुमानित
आंकड़ा
280
लाख
करोड़
रुपये
(4,700
अरब
डॉलर)
रखा
है,
जो
गत
पांच
वर्षो
में
हुए
139
लाख
करोड़
रुपये
(2,900
अरब
डॉलर)
निवेश
का
लगभग
दो
गुणा
है।
इस विषय पर किए गए अध्ययन के बारे में परिसंघ के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, "अध्ययन का मकसद अर्थव्यवस्था में भविष्य में होने वाले निवेश का आंकलन करना, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की योजना तैयार करना और निवेश स्रोत की पहचान करना था, ताकि समयबद्ध तरीके से लक्ष्यों को हासिल करने के लिए नीतियों में जरूरी फेर-बदल किए जाएं।"
परिसंघ के बयान के मुताबिक विनिर्माण क्षेत्र में 98,00,000 करोड़ रुपये निवेश की जरूरत है। सेवा क्षेत्र में भी आठ फीसदी विकास दर बनाए रखने के लिए 98,00,000 करोड़ रुपये निवेश की जरूरत है।
परिसंघ के मुताबिक कृषि क्षेत्र में चार फीसदी विकास दर हासिल करने के लिए 36,00,000 करोड़ रुपये निवेश चाहिए।
परिसंघ ने यह भी उम्मीद जताई कि अधोसंरचना क्षेत्र में निवेश जहां 11वीं पंच वर्षीय येाजना के 500 अरब डॉलर से बढ़कर 2014-15 और 2018-19 के बीच 1,071 अरब डॉलर होना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।