पाकिस्तान से भारत आ रहा सस्ता सीमेंट, घरेलू उद्योग हुए परेशान
नई दिल्ली। भारत में सीमेंट उत्पादक कंपनियों का कहना है कि पाकिस्तान से सस्ते दामों पर सीमेंट इंपोर्ट किया जा रहा है, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है। भारत में सीमेंट उत्पादकों का आरोप है कि एक तरफ तो पहले से ही कम मांग व हाई जीएसटी ने परेशान कर रखा है और दूसरी तरफ पाकिस्तान से कम कीमत पर आ रहे सीमेंट ने उनके व्यापार की कमर तोड़ दी है। 2007 से पाकिस्तान से आ रहे सीमेंट पर कस्टम ड्यूटी नहीं लगाई जा रही है, जिससे भारतीय कंपनियों को प्रतिस्पर्द्धा का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान से आ रहे सीमेंट से ज्यादातर सीमा से सटे राज्य प्रभावित हो रहे हैं।
न्यूज एजेंसी IANS को सीमेंट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र चोकसी ने बताया कि पाकिस्तान से आने वाला सीमेंट भारतीय उत्पाद के मुकाबले 10 से 15 फीसदी सस्ता है। जनरल फॉरेन ट्रेड की वेबसाइट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2017-2018 में 16.82 लाख टन का पोर्टलैंड सीमेंट (सामान्य सीमेंट) भारत ने इंपोर्ट किया, जिसमें से 12.72 फीसदी सिर्फ पाकिस्तान से आया। यानी, पिछले साल भारत ने अपने कुल सीमेंट का 76 फीसदी इंपोर्ट सिर्फ पाकिस्तान से किया।
पंजाब के व्यापारियों की मानें तो पंजाब में पोर्ट सीमेंट की एक बोरी (50 किग्रा) की कीमत 280 से 300 रुपये हैं, लेकिन यही सीमेंट जो पाकिस्तान से आ रहा है वह सिर्फ 240 से 250 में पड़ रहा है। हालांकि, पाकिस्तान से आना वाले सीमेंट से बाजार ज्यादा तो प्रभावित नहीं हुआ है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर सीमावर्ती और तटीय राज्यों पर पड़ रहा है। केरल में कराची से समुद्र के माध्यम से सीमेंट पहुंचता है।
चोकसी के मुताबिक, भारत में फिलहाल सीमेंट की कोई कमी नहीं है, क्योंकि आपूर्ति ज्यादा है, लेकिन खपत कम है। उत्पादन क्षमता का सिर्फ 65 फीसदी ही उपयोग हो पा रहा है, बाकि 35 फीसदी सीमेंट का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। भारत में सीमेंट कंपनियों को सबसे ज्यादा मार जीएसटी की पड़ रही है। सीमेंट कंपनियों को आशा है कि 28-29 सितंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में उन्हें कुछ राहत मिल सकती है।