India China Doklam Standoff: फिर निकला डोकलाम का जिन्न, दोस्ती की आड़ में दे रहा धोखा
नई दिल्ली। भारत और चीन ने डोकलाम विवाद को खत्म करने की घोषणा बहुत पहले ही कर दी है, लेकिन दोनों देशों के सैनिक अभी भी इस जमीन डटे हुए हैं। भूटान के डोकलाम में चीनी सैनिक और इंडियन आर्मी दोनों अभी भी एक-दूसरे पर नजरें जमाए हुए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों देशों के सैनिक सिर्फ 150 मीटर तक ही पीछे हटे हैं। सूत्रों की मानें तो चीन ने डोकलाम के निचले क्षेत्र में बंकर बना दिए हैं और ऐसा ही चलता रहा तो दोनों देशों की बीच यह विवाद फिर से पनप सकता है।
डोकलाम खाली नहीं करेंगे- इंडियन आर्मी
डोकलाम विवाद खत्म होने की घोषणा के बाद 8 सितंबर को दोनों देशों के बीच हुई बैठक में भारतीय सैनिकों ने कहा कि जब तक चीनी सैनिक डोकलाम खाली नहीं करते हैं तब तक हम डटे रहेंगे। वहीं, चीनी सैनिको ने कहा कि वे अपने देश के सर्वोच्च नेताओं से वार्तालाप करने के बाद ही इस जगह को खाली करेंगे। हालांकि अब जैसे कि चीनी सैनिकों ने डोकलाम में बंकर बना दिए हैं तो मामला फिर से बढ़ने की आशंका है।
चीन ने नहीं माना था कि डोकलाम विवाद खत्म हुआ
दोनों देशों के बीच द्वीपक्षीय वार्ता के बाद जब 28 सिंतबर को डोकलाम विवाद खत्म करने की घोषणा हुई थी तब चीन ने तो पहले ही कह दिया कि वे पीछे जरूर हट रहे हैं लेकिन इस क्षेत्र में पेट्रोलिंग करते रहेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि अभी सिर्फ भारत की सेना ही पीछे हटेगी, चीन की सेना डोकलाम पर नजर बनाए रखेगी। इसका मतलब तो यही हुआ कि चीन के लिए डोकलाम कभी खत्म हुआ ही नहीं था।
सबसे लंबा विवाद बना डोकलाम
ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत और चीन की सेनाओं ने किसी तीसरे देश की जमीन पर 11 सप्ताह तक डेरा डाल रखा था। 16 जून को चीन के सैनिकों ने भूटान के डोकलाम क्षेत्र में सड़क का निर्माण करना शुरू कर दिया था, जिसके बाद इंडियन आर्मी ने वहां पहुंचकर इस कार्य को रूकवाया था। डोकलाम में इंडियन आर्मी की दखलअंदाजी के बाद दोनों देशों के बीच विवाद खड़ा हो गया। इंडियन आर्मी जिस तरह से डोकलाम में खड़ी थी, इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत फ्रंटफुट पर था।