बालाकोट एयर स्ट्राइक के समय IAF, जगुआर जेट्स को लाहौर की तरफ लॉन्च करने को थी तैयार
नई दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने 26 फरवरी को जब पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला किया तो उस समय उसके प्लान में जगुआर फाइटर जेट भी शामिल था। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी गई है। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि पाकिस्तान की ओर से एफ-16 लॉन्च करने की वजह से एयर स्ट्राइक फेल न हो जाए, इसके लिए आईएएफ ने एक योजना बनाई और जगुआर इस योजना का अहम हिस्सा था।
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मिराज की सुरक्षा के लिए थे जगुआर
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जब मिराज2000 जेट्स बालाकोट में जैश के अड्डों पर बम गिराने के लिए रवाना हुए तो उसी समय पाकिस्तान एयरफोर्स (पीएएफ) ने अपने हवाई क्षेत्र में एक यूएवी को डिटेक्ट किया था। सर्जिकल स्ट्राइक का खतरा भांपकर पीएएफ की तरफ से दो एफ-16 जेट्स को रवाना किया गया। एफ-16 की वजह से 12 मिराज2000 खतरे में आ सकते थे। इसी समय आईएएफ की तरफ से छह जगुआर बॉम्बर्स को लॉन्च किया गया। इन बॉम्बर्स को लाहौर की तरफ रवाना करने की योजना बनाई गई।
लाहौर की तरफ जगुआर
पाकिस्तान को लगा कि भारत की तरफ जैश के बहावलपुर स्थित हेडक्वार्ट्स पर हमला किया जाने वाला है। इसलिए उसने जगुआर को इंटरसेप्ट करने के लिए अपने एफ-16 का रुख लाहौर की तरफ कर दिया। इस पूरी प्लानिंग की वजह से मिराज जेट्स का रास्ता पूरी तरह से साफ हुआ। जेट्स बालाकोट में दाखिल हुए और हमला करके सुरक्षित वापस लौट आए। वहीं जगुआर जेट्स भी बॉर्डर से वापस लौट आए। इन जेट्स ने बॉर्डर पार नहीं किया था।
यूएवी की वजह से पाक कन्फ्यूज
इस मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूएपी को पाकिस्तान पर अतिरिक्त दबाव बनाने के लिए लॉन्च किया गया था। यूएवी की वजह से पाक को लगा कि भारत शायद सितंबर 2016 की तरह ही कोई सर्जिकल स्ट्राइक करने वाला है। बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को निशाना बनाने के मकसद से एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था। बालाकोट एयर स्ट्राइक 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जवाब थी जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।