निजी जिंदगी के सवाल पर बोलीं इरोम शर्मिला- चुनाव हार गई तो कर लूंगी शादी
नई दिल्ली। आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट (AFSPA) के खिलाफ 16 सालों तक भूख हड़ताल करने वाली सिविल राइट्स एक्टिविस्ट इरोम शर्मिला ने गुरुवार को एक नया बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि अगर मणिपुर की जनता उन्हें राजनेता के तौर पर स्वीकार नहीं करती और वह चुनाव हार जाती हैं तो वह शादी कर लेंगी।
इरोम शर्मिला ने 16 साल तक चले अपने अनशन को तोड़ने के बाद राजनीति में आने की इच्छा जताई थी। मणिपुर में अगले साल चुनाव होने हैं।
जानिए, मणिपुर की आयरन लेडी इरोम शर्मिला की लवस्टोरी
कहां
रहेंगी
इसका
नहीं
किया
खुलासा
टाइम्स
ऑफ
इंडिया
के
मुताबिक,
बुधवार
को
इरोम
ने
कहा
था,
'मैंने
अपनी
निजी
जिंदगी
के
लिए
एक
शर्त
रखी
है
कि
अगर
जनता
मेरे
फैसले
से
खुश
नहीं
है
और
अगर
वह
मुझे
नेता
मानने
से
इनकार
कर
देती
है
तो
मैं
जीवन
में
नया
चैप्टर
शुरू
करूंगी।'
हालांकि
उन्होंने
इस
बात
का
खुलासा
नहीं
किया
है
कि
अस्पताल
से
बाहर
आने
के
बाद
वह
कहां
रहेंगी।
मौजूदा
सीएम
की
सीट
से
लड़ेंगी
चुनाव
बीते
मंगलवार
को
जब
इरोम
शर्मिला
को
जमानत
मिली,
उस
वक्त
कोर्ट
परिसर
में
उनके
प्रेमी
डेसमंड
कूटिन्हो
नजर
नहीं
आए।
इरोम
ने
अनशन
तोड़ने
के
बाद
ऐलान
किया
कि
2017
विधानसभा
चुनावों
में
थौबाल
सीट
से
चुनाव
लड़ेंगी।
इस
सीट
से
अभी
राज्य
के
मुख्यमंत्री
ओकराम
इबोबी
सिंह
प्रतिनिधित्व
कर
रहे
हैं।
इरोम
ने
20
स्वतंत्र
उम्मीदवारों
को
साथ
लेकर
चुनाव
लड़ना
चाहती
हैं।
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हालांकि साल 2008 से उनके आंदोलन का सपोर्ट कर रहे 'सेव शर्मिला कैंपेन' के सदस्यों ने सरकार पर उनका ब्रेनवॉश करने और राजनीति में आने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।