गुजरात में पीएम मोदी के उठाए इन 6 मुद्दों ने दिलाई भाजपा को जीत
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नई दिल्ली। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य था कि वो 150 सीटें जीते लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। हालांकि भाजपा के लिए यह जीत काफी महत्वपूर्ण थी क्योंकि कांग्रेस ने तड़ी टक्कर दी थी। इस चुनाव में अलग-अलग जाति नेताओं ने भाजपा के खिलाफ गठबंधन किया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरम हिंदुत्व को गले लगाया। इसके अलावा, जीएसटी के कारण कठिनाइयों पर व्यापारी समुदाय में नाराजगी थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एक चतुर चुनाव रणनीति तैयार करने के जरिए अपनी पार्टी को जीताने में सक्षम रहे। इन 6 मुद्दों को मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में उठाया और जीत दर्ज की।
अय्यर की वजह से जीती भाजपा?
मोदी के खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी भाजपा के लिए संजीवनी मिल गई। मोदी ने अपने चुनावी रैलियों में इस मुद्दे को उठाया, जिसने मोदी को गुजरात के मतदाताओं के बीच सहानुभूति हासिल करने में मदद की।
जीएसटी में बदलाव
चुनावों से पहले, मोदी सरकार GST दरों को काफी नीचे ले आई और कई प्रक्रियाएं सरल बनाईं। गुजरात में व्यापारिक समुदाय ने जीएसटी पर असंतोष दिखाया था।
ऋण देने की घोषणा करना
विधानसभा चुनावों से पहले ग्रामीण वोट बैंक को लुभाने के लिए, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर 3 लाख रुपये तक ऋण देने की घोषणा की, 25 लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलने की संभावना है।
पाकिस्तान का मसला
मोदी ने अपनी रैलियों में दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान के अधिकारियों से मुलाकात कर चुनावों से पहले उनके खिलाफ षड्यंत्र किया था।
हार्दिक के सेक्स टेप
चुनाव से पहले हार्दिक पटेल के कई सेक्स टेप सामने गए थे। जिसके चलते लोगों का हार्दिक से विश्वास उठा। हार्दिक के सेक्स टेप के सामने आने के बाद भाजपा काफी आक्रामक हुई और उसने असर कम किया।
सलमान निजामी का मुद्दा
मोदी ने राहुल गांधी के साथ कश्मीरी अलगाववादी नेता सलमान निजामी के प्रचार अभियान का मुद्दा उठाया। मोदी ने अफजल गुरू के पक्ष में और भारत के खिलाफ निजामी के ट्वीट्स का हवाला दिया था।