ईवीएम पर EC का चैलेंज, 3 जून से हैक करके दिखाएं
ईवीएम से छेड़छाड़ की राजनीतिक दलों की शंका को दूर करने के लिए ये कार्यक्रम रखा गया है।
नई दिल्ली।चुनाव आयोग शनिवार को स्पेशल प्रोग्राम के तहत ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के काम करने की प्रक्रिया का डेमो दिया और साफ किया कि ईवीएम के साथ किसी तरह की टैंपरिंग संभव नहीं है।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि ईवीएम पूरी तरह से टैंपर फ्री है और आगे सारे चुनाव वीवीपैट मशीन से होंगे। नसीम जैदी ने कहा कि जिन लोगों ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं उन्होंने कोई सबूत पेश नहीं किया है।
चुनाव आयोग ने ईवीएम पर सवाल उठाने वालों को चैलेंज किया है और कहा है कि वो 3 जून से ईवीएम को हैक कर दिखाए। आयोग ने हैकाथन की तारीख 3 जून से रखी है। इस समय जिस भी दल को आपत्ति है वो ईवीएम हैक कर के दिखा सकता है। हर राजनीतिक दल को हैकिंग के लिए चार घंटे का वक्त दिया जाएगा। चुनौती के लिए राजनीतिक प्रतिनिधि पांच राज्यों की चार EVM को चुन सकते हैं।चुनाव आयोग सभी सात राष्ट्रीय दल और 48 क्षेत्रिय दलों को खुली चुनौती में हिस्सा लेने के लिए बुलाया है। इसके लिए आयोग चुनौती में शामिल होने के इच्छुक दल को हाल ही में सम्पन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के किसी भी मतदान केंद्र की मशीन के साथ छेड़छाड़ करने का ऑप्शन चुनने के लिए एक हफ्ते का समय भी देगा। और चुनौती स्वीकार करने वाले हर राजनीतिक दल को मशीन में गड़बड़ी करने का अपना दावा सही साबित करने के लिए अलग-अलग मौका दिया जाएगा।
आपको बता दें कि ईवीएम की विश्वसनियता को लेकर कई दलों ने सवाल उठाए हैं।ईवीएम से छेड़छाड़ की राजनीतिक दलों की शंका को दूर करने के लिए ये कार्यक्रम रखा गया था।
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने विधानसभा में डमी ईवीएम को हैक कर के दिखाया था। वहीं पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद सबसे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर सवाल उठाया था। चुनाव आयोग 2019 का लोकसभा चुनाव वीवीपैट मशीन के साथ कराने की तैयारी कर ली है। जिससे मतदाता यह जान पाएगा कि उसने जिस दल को वोट दिया उसको मिला या नहीं।
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