मलेशिया में मारा गया हिमाचल का अक्षय कुमार, भारतीय दूतावास ने की शव मिलने की पुष्टि
शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के रोजगार के लिये मलेशिया गये युवक के लापता होने के बाद परिजनों को बुरी खबर मिली है। युवक की मलेशिया में मौत रहस्यमयी परिस्थितयों में हो चुकी है। मलेशिया पुलिस ने बरामद कर लिया है। मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास ने शव मिलने की पुष्टि भी कर दी है। युवक की पहचान अक्षय कुमार के रूप में हुई है। ऊना में खबर मिलते ही मातम का महौल है। विदेश मंत्रालय के दखल के बाद मृतक अक्षय का शव अब भारत लाया जा रहा है। 22 वर्षीय अक्षय मर्चेंट नेवी में नौकरी के सिलसिले में मलेशिया गया था। वह जिला ऊना के गांव बढेड़ा राजपूतां का रहने वाला था।
मर्चेंट नेवी में था अक्षय
तेलंगाना के बीजेपी नेता टी.आर श्रीनिवासन ने इस मामले को ट्वीटर के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और भारतीय दूतावास के समक्ष उठाया था। मलेशिया पुलिस द्वारा शव बरामद करने का भी दावा किया है। भारतीय दूतावास ने अक्षय के शव को भारत भेजने के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इससे पहले अक्षय के परिजनों ने मंगलवार को एसपी ऊना से मिलकर उनके बेटे की रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता बेटे की तलाश करने के साथ ही अक्षय को मलेशिया भेजने वाली पंजाब के खरड़ स्थित एकेडमी पर धोखाधड़ी की शिकायत सौंपी थी। अक्षय कुछ दिन पहले ही मर्चेंट नेवी में नौकरी के लिए मलेशिया गया था। बढेड़ा राजपूतां के जोगिंदर पाल ने बताया कि उसके बेटे अक्षय कुमार ने खरड़ की एक शिपिंग मर्चेंट अकादमी से सी-मैन का कोर्स किया और वहीं से उसका प्लेसमेंट मलेशिया के मर्चेंट शिप पर हुआ।
23 जून से था लापता
पांच जून को उसे मलेशिया भेजा गया था। 24 जून को शिपिंग मर्चेंट अकादमी से उन्हें फोन पर बताया गया कि 23 जून शाम से उनका बेटा लापता है। जब उन्होंने अकादमी पर बेटे के बारे दबाब बनाया तो उन्हें बताया गया कि शिप पर उनके बेटे का पांव फिसल गया। जिससे वह समंदर में डूब गया है। अक्षय के परिजनों और ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने एसपी ऊना अनुपम शर्मा को एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने एसपी ऊना से खरड़ पंजाब की एकेडमी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने और विदेश मंत्रालय से सम्पर्क साधकर उनके बेटे की तलाश की गुहार लगाई । तेलंगाना प्रदेश के भाजपा आईटी सेल के अध्यक्ष टी.आर श्रीनिवासन ने इस मामले को ट्वीटर के जरिए विदेश मंत्री सहित भारतीय दूतावास के समक्ष उठाया था। श्रीनिवासन इससे पहले भी सऊदी अरब में फंसे पिरथीपुर गांव के एक युवक की वतन वापसी करवाने में अहम भूमिका निभा चुके हैं।