बिहार उपचुनाव: ईवीएम में कैद हो रहा जनता का फैसला
पटना। बिहार उपचुनाव की राजनीति में किसका क्या दांव पर है, अब जल्द तय हो जाएगा। दस सीटों के उपचुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया ज़ोरों पर है। राज्य की राजनीति में 10 का दम दिखाने के लिए सत्तारूढ़ जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन और भाजपा, लोजपा और रालोसपा के राजग ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया है।
- हाजीपुर
- छपरा
- बांका
- राजनगर
- परबत्ता
- मोहनिया
- भागलपुर
- जाले
- नरकटियागंज
- मोहिउद्दीननगर
इन सभी क्षेत्रों के 26 लाख 42 हजार 407 मतदाताओं पर सबकी नजर है। बीते दिनों से ही सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। दिशा-निर्देश हैं कि- कोई भी परेशानी होने पर तत्काल सूचित किया जाए। असामाजिक तत्वों को देखते ही तुरंत इनफॉर्म करने की चेतावनी है।
यदि चुनाव के दौरान कोई गड़बड़ करता है तो उसे गोली मारने का आदेश दिया गया है। यदि किसी भी तरह की असामाजिक व नियमों के खिलाफ गतिविधि सामने आती है तो इन संपर्क सूत्रों से संवाद किया जा सकता है-
- कंट्रोल रूम नंबर - 06424-222319, 222320 एवं 222321
- डीएम - 9431213579
- एसपी - 9431800004
- एसडीओ - 9473191389
इस महागठबंधन के दौर में हो रहे 'संघर्ष' का परिणाम आगामी दिनांक 25 केा आएगा। यदि क्षेत्रीय गणित की बात करें तो राजनीति का धागा बेहद उलझा हुआ नज़र आ रहा है। कहीं डोर बाहर से मजबूत दिख रही है तो भीतर से खोखेली है। आइए जानें कहां क्या है पेंच-
- बांका- दल बदल का असर चुनाव परिणाम पर दिखेगा। यहां मुख्य तौर पर भाजपा के राम नारायण और राजद के इकबाल हुसैन के बीच मुकाबला है।
- छपरा- राजद के रणधीर सिंह और भाजपा के कन्हैया सिंह के बीच सीधा मुकाबला।
- हाजीपुर- बगावत का प्रभाव परिणाम पर पडे़गा। जदयू के राजेंद्र्र राय भाजपा के अवधेश सिंह को चित करने की कोशिश में हैं।
- राजनगर- मुकाबला राजद के रामावतार और भाजपा के रामप्रीत के बीच।