गणतंत्र दिवस पर दिखी भारत के सेंचुरियन, PT-76 की ताकत, 1971 में पाकिस्तान के छुड़ा दिए थे छक्के
नई दिल्ली, 26 जनवरी। भारतीय सेना ने आज गणतंत्र दिवस परेड के दौरान सेंचुरियन टैंक PT-76, 75/24 और OT-62 टोपाज टैंक का प्रदर्शन किया। इन टैंक का इस्तेमाल भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के दौरान 1971 में किया गया था। इन तोपों ने भारतीय सेना की जीत में अहम योगदान दिया था। इस साल को स्वर्णिम विजय वर्ष के तौर पर भी मनाया जा रहा है। इस युद्ध के बाद ही पाकिस्तान से बांग्लादेश अलग होकर एक नया देश बना था।
परेड में दिखी भारत की ताकत
आज गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय सेना ने PT-76 टैंक, सेंचुरियन टैंक, दो एमबीटी अर्जुन एमकेआई टैंक, एक ओटी-62 टोपाज टैंक का प्रदर्शन किया। यही नहीं इसके अलावा दो धनुष टैंक, एक पीएमएस ब्रिजट सिस्टम को भी परेड के दौरान दिखाया गया। दो सर्वत्र ब्रिगेड सिस्टम, एक एचटी-16 इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, दो तारन शक्ति इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम, टाइगर कैट मिसाइल सिस्टम, दो आकाश मिसाइल को भी गणतंत्र दिवस परेड के दौरान भारतीय सेना ने प्रदर्शित किया।
सेंचुरियन बना था पाक का काल
परेड के दौरान सेंचुरियन टैंक का नेतृत्व द पूना हॉर्स रेजिमेंट के कैप्टन राहुल शर्मा ने किया। सेंचुरियन ही भारत और पाक युद्ध 1971 के दौरान सबसे अहम टैंक था। युद्ध के दौरान बसंतर में पाकिस्तान की एक ब्रिगेड का सामना भारत के सेंचुरियन टैंक से हुआ था। इन तोपों ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया था और पाकिस्तान के 46 टैंक को तबाह कर दिया था, जिसमे काफी पाकिस्तान के सैनिक मारे गए थे।
पूरी पाक ब्रिगेड को किया था खत्म
पीटी-76 टैंक की बात करें तो इसका नेतृत्व कैप्टन अंशुमान तिवारी ने किया। पीटी 76 का इस्तेमाल 1965 और 1971 के युद्ध में किया गया था। गरीबपुर के युद्ध में 1971 में इस टैंक ने जबरदस्त भूमिका निभाई थी। सिर्फ एक 14 पीटी 76 टैंक ने पाकिस्तान की पूरी ब्रिगेड को खत्म करने का काम किया था, जिसमे पाक के कई सैनिक मारे गए थे। गरीबपुर युद्ध के दौरान पाकिस्तान के एम 24 टैंक को इन टैंक ने नष्ट किया था।