हाथरस: बेटी के अंतिम दर्शन के लिए परिजनों ने क्या कुछ नहीं किया, पुलिस ने एक ना सुनी
हाथरस: बेटी के अंतिम दर्शन के लिए परिजनों ने क्या कुछ नहीं किया, पुलिस ने एक ना सुनी
हाथरस\उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras case) में गैंगरेप पीड़ित की अंतिम संस्कार को लेकर यूपी पुलिस (UP Police) एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पीड़िता के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस ने जबरन अंतिम संस्कार किया। पुलिस के मुताबिक मंगलवार (29 सितंबर) को करीब 3 बजे पीड़िता का अंतिम संस्कार परिवार की सहमित से किया गया। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दिख रहा है कि मृतक की मां एम्बुलेंस के आगे सड़क पर रो रही है और पुलिस से बेटी की अंतिम संस्कार ना करने की गुहार लगा रही है।
हाथरस पीड़िता की रोती बिलखती मां का वीडियो वायरल
हाथरस पीड़िता की रोती बिलखती मां के इस वीडियो को उत्तर प्रदेश के कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया है। वीडियो में मृतक की मां एम्बुलेंस के आगे पुलिस से रोकर कहती है कि ''एक बाद बेटी का मुंह दिखा दो। एक बार बेटी को घर आने दो।'' लेकिन पुलिस ने किसी की फरियाद नहीं सुनी।
वीडियो में यह भी दिख रहा है कि गांव की महिलाएं और कुछ अन्य लोग एम्बुलेंस की बोनट पर भी लदकर अड़े रहे लेकिन पुलिस ने बल के साथ उन लोगों को हटा दिया गया।
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मृतका के पिता-भाई ने भी शव को घर ले जाने की थी गुजारिश
मृतका के पिता और भाई ने पुलिस से बहस करने के बाद जिलाधिकारी से भी अपील की कि थी उन्हे एक बार शव अपने घर ले जाने दें। परिवार वालों ने अपील की कि उनके यहां आधी रात को अंतिम संस्कार करने की परंपरा नहीं है। सोशल मीडिया एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस मृतका के परिवार को समझा रही है कि शव के 24 घंटे से ज्यादा हो गए हैं और शव खराब हो रही है। ऐसे में उन्हें अंतिम संस्कार कर देना चाहिए।
हाथरस गैंगरेप पीड़िता के भाई ने कहा, हमने पुलिस को कहा कि हम सुबह अंतिम संस्कार करेंगे, ताकि और भी रिश्तेदार आ जाए लेकिन वे नहीं माने और हमें तुरंत अंतिम संस्कार करने के लिए दबाव डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि 24 घंटे हो गए हैं और उसकी बॉडी खराब हो रही है आपको तुरंत करना चाहिए।
रात के 3 बजे हुआ पीड़िता का अंतिम संस्कार
मृतका के गांव में आधी रात को भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए पुलिसवालों ने स्कॉट कर शव का अंतिम संस्कार किया। पुलिस पर ये भी आरोप है कि अंतिम संस्कार करने के वक्त पीड़िता के घरवालों को घर में बंद कर दिया गया था। विरोध के बीच में पुलिस पीड़िता को अंतिम संस्कार वाले जगह पर ले गई और दाह संस्कार किया गया।
हाथरस के DM ने कहा- परिवार की सहमति से हुआ अंतिम संस्कार
अंतिम संस्कार पर हाथरस के डीएम (DM) ने कहा, रात (मंगलवार 29 सितंबर) को करीब 12:45 बजे शव लाया गया, मेरी पिता और बेटे से बात हुई थी और उन्होंने सहमति दी थी कि रात को ही अंतिम संस्कार कर दिया जाए। करीब एक से सवा घंटे शव वाहन इनके घर पर खड़ा रहा और परिजन वहां पर उपस्थित थे (जब अंतिम संस्कार किया गया)। करीब 3 बजे अंतिम संस्कार किया गया।
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