गुजरात चुनाव नतीजे 2017: BJP ने उतारीं थी ये 12 महिला उम्मीदवार, जानें किसके हाथ लगी जीत, कौन हारीं?
गुजरात चुनाव में भाजपा की 12 महिला उम्मीदवारों में से कितनी जीतीं?
नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी ने यहां एक बार बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। खबर लिखे जाने तक भाजपा 92 सीटे जीत चुकी है और 8 सीटों पर लीड कर रही है। वहीं एक बार फिर से कांग्रेस का हाथ खाली रह गया है। हालांकि भले ही कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन राहुल गांधी ने भाजपा को कड़ी चुनौती दी है, जिसकी अपेक्षा किसी ने नहीं की थी। बात करें भाजपा के महिला ब्रिगेड की तो गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 12 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। इन महिलाओं में से किन्हें जीत मिली और किन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। अब तक के नतीजों में कुछ को जीत मिल चुकी है और कई आगे चल रही है, जबकि तीन महिला उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा है।
संगीता बेन पाटिल
भाजपा ने सूरत के लिम्बायत सीट से संगीता बेन पाटिल को टिकट दिया और वो पार्टी की उम्मीदों पर बिल्कुल खड़ी उतरीं है। संगीता ने इस सीट को भाजपा के खाते में डाल दिया और विजय हुई। आपको बता दें कि 2012 में भी उन्होंने ये सीट जीती थी। 41 साल की संगीता 12वीं पास हैं।
गीताबा जडेजा
भाजपा ने गोंडल विधानसभा सीट से 10वीं पास गीता जडेजा को टिकट दिया था। पति के जेल में होने की वजह से गीता को ये टिकट मिला और वो पार्टी की उम्मीदों पर खड़ी उतरीं। गोंडल विधानसभा सीट से भाजपा की गीताबा जयराजसिंह जडेजा जीतीं।
मालती माहेश्वरी
भाजपा ने गांधीधाम सीट से मालती महेश्वरी को टिकट दिया और वो इस सीट से जीत भी गई। 28 साल की मालती काफी सक्रिय नेता है और उफनकी कुल संपत्ति 11 लाख रुपए है।
मनीषा बेन
भाजपा ने वडोदरा सिटी सीट से मनीषा बेन वकील को टिकट दिया। 42 साल की मनीषा 2012 में भी इसी सीट से विधायक बनी। मनीषा भाजपा की करोड़पति उम्मीदवारों की लिस्ट में शामिल हैं।
नीमा बेन आचार्य
भाजपा के भुज सीट से नीमाबेन आचार्य को उतारा था। आपको बता दें कि नीमा बेन 3 बार विधायक रह चुकी है। 69 साल की नीमा बेन चौथी बार इस सीट से चुनाव लड़ी और जीत हासिल की। उनपर आपराधिक मामला भी दर्ज है।
सीमाबेन गोहिल
अकोटा विधानसभा सीट पर भाजपा को जीत मिली है। भाजपा की सक्रिय नेता सीमाबेन गोहिल ने इस सीट पर पार्टी को जीत दिलाई है।
सुमनबेन चौहान
पार्टी
ने
कालोत
विधानसभा
सीट
से
सुमनबेन
चौहान
को
उतारा
और
वो
पार्टी
के
उम्मीदों
पर
सही
साबित
हुई।
8वीं
पास
सुमनबेन
को
पहली
बार
पार्टी
ने
इस
सीट
से
टिकट
दिया
है।
तेजश्री पटेल
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं तेजश्री पटेल को पार्टी ने विरमगाम सीट से चुनावी अखाड़े में उतारा, लेकिन तेजश्री अपना तेज नहीं दिखा पाई और खबर लिखे जाने तक वो इस सीट पर पीछे चल रही थी।
विभावरी दवे
पार्टी ने भावनगर ईस्ट सीट से विभावरी दवे को चुनावी मैदान में उतारा। साल 2012 में दवे इसी सीट से भारी मतों से विजय हुईं थी। इस साल भी वो जीत को दस्तक दे चुकी है।
झंखना बेन पटेल
पार्टी ने चोर्यासी सीट से महिला उम्मीदवार झंखना बेन पटेल को मैदान में उतारा। साल 2016 के उपचुनावों मे जीत हासिल करने के बाद पार्टी ने उन्हें दोबारा से टिकट दिया और वो पार्टी की उम्मीदों पर खड़ी उतरीं।
रमीला बेन बारा
भाजपा ने 63 साल की रमीला बेन बारा को खेडब्रह्मा सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन 2012 की तरह एक बार फिर से उन्होंने पार्टी को निराश किया। खबर लिखे जाने तक वो कांग्रेस उम्मीदवार से पीछे चल रही थी।