हर महीने 4 करोड़ सर्जिकल मास्क और 20 लाख मेडिकल गॉगल्स का निर्यात करेगा इंडिया
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को फेस शील्ड, कुछ किस्म के सर्जिकल मास्क और मेडिकल चश्मों के 'बिना किसी शर्त के' निर्यात के नियमों में राहत दी। अब भारत हर महीने चार करोड़ सर्जिकल मास्क और 20 लाख मेडिकल गॉगल्स निर्यात करेगा। इससे पहले कोरोना वायरस महामारी के चलते 2/3 परत वाले सर्जिकल मास्क, मेडिकल चश्मों और फेस शील्ड के निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
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केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को एक ट्वीट कर बताया कि 'पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र का अनुसरण करते हुए, मेक इन इंडिया और भारत के औद्योगिक विकास को प्रमोट करने के लिए, सरकार ने हर महीने 4 करोड़ 2/3 प्लाई वाले सर्जिकल मास्क और 20 लाख मेडिकल गॉगल्स के निर्यात की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही फेस शील्ड के निर्यात पर भी अब कोई शर्त नहीं रहेगी।
विदेश व्यापार महानिदेशालय ने कहा कि 'हर महीने कोविड-19 के लिए मेडिकल कवरऑल के 50 लाख यूनिट और 20 लाख मेडिकल गॉगल्स के निर्यात को अनुमति मिल गई है। बोर्ड ने बताया कि पीपीई किट के निर्यात पर रोक लगी रहेगी। 2/3 परत वाले सर्जिकल मास्क, मेडिकल चश्मों की निर्यात नीति को प्रतिबंधित श्रेणी से अवरोधित श्रेणी में ला दिया गया है और फेस शील्ड के निर्यात को मुक्त श्रेणी में ला दिया है।
इनमें मेडिकल गॉगल्स, नॉन-मेडिकल/नॉन-सर्जिकल मास्क (सूती, सिल्क, ऊनी, पॉलिएस्टर, नाइलॉन, रेयॉन, विस्कोस, बुने हुए या मिक्स मास्क), नाइट्राइल ग्लव्स फेस शील्ड शामिल हैं। बता दें पीएम मोदी ने हाल में अपने भाषणों में जिक्र किया था कि, पहले भारत मास्क और पीपीई किट जैसी वस्तुओं का आयात करता था, लेकिन कोरोना काल में भारत ने अपने क्षमताओं को बढ़ाया जिसका नतीजा यह है कि भारत अब इन चीजों के निर्यात की स्थिति में पहुंच गया है।
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