Coronavirus: कोरोना के बढ़ते कहर के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताई ये राहत भरी बात
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, कई राज्यों ने कोरोना के बढ़ते कहर के मद्देनजर लॉकडाउन को आगे और बढ़ाने की मांग की हैं। भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक अच्छी खबर ये हैं कि देश में सिर्फ 20 प्रतिशत मरीज ऐसे हैं, जिनको आईसीयू की जरूरत है बाकी के 80 प्रतिशत मरीजों में कोरोना वायरस का मामूली असर है ऐसे में माना जा रहा हैं कि जिन मरीजों पर कोरोना का मामूली असर है वो इलाज से बहुत जल्द ठीक हो जाएंगे।
20 प्रतिशत मामलों में ही आईसीयू सपोर्ट की जरूरत
ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ) ने दी। उन्होंने बताया कि भारत में अभी तक 8,000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए है। इसमें से करीब 20 प्रतिशत मामलों में ही आईसीयू सपोर्ट की जरूरत है बाकी 80 फीसदी मरीजों पर कोरोना का मामूली असर हैं। उन्होंने कहा कि देश हर स्थिति से लड़ने के लिए तैयार हैं।
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प्रतिदिन देश भर में 15 हजार से ज्यादा टेस्ट हो
लव अग्रवाल ने अपनी प्रेस कान्फ्रेंस में ये भी जानाकारी दी कि अभी तक 1 लाख 86 हजार लोगों के कोविड 19 टेस्ट के लिए सैंपल लिए जा चुके हैं। केन्द्र सरकार ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने की तैयारी में लगी हुई है। अभी प्रतिदिन देश भर में 15 हजार से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। अस्पतालों में आइसोलेशन बेड बढ़ाए जा रहे हैं। करीब 601 हॉस्पिटल में एक लाख से अधिक बेड का इंतजाम है। हम बाकी के देश के मुकाबले हमारी कोरोना से निपटने के लिए तैयारी मजबूत है.
24 घंटे में 34 की हुई मौत 716 लोग हुए ठीक
उन्होंने कहा कि 24 घंटे में 34 लोगों की मौत हुई है, जबकि 716 लोग ठीक हुए. जितने भी पॉजिटिव केस हैं उन्हें अच्छा से अच्छा उपचार मिले. लव अग्रवाल ने बताया कि 29 मार्च को 979 पॉजिटिव केस थे। आज 8,000 से ज्यादा केस हैं। इसमें से करीब 20 प्रतिशत मामलों में ही आईसीयू सपोर्ट की जरूरत है। इन्हें आइसोलेशन में डॉक्टरों की निगरानी में रखकर भी काम चलाया जा सकता है।
इलाज के लिए बेड की नहीं होगी कमी
लव अग्रवाल ने बताया कि 29 मार्च को 979 पॉजिटिव केस थे इसमें से करीब 20 प्रतिशत यानि की 196 मामलों में ही आईसीयू सपोर्ट की जरूरत थी। अग्रवाल ने कहा कि अगर हम 4 अप्रैल की बात करें तो हमें 580 बेड की जरूरत थी उस समय हमारे पास 67,500 बेड थे। वहीं अगर 9 अप्रैल की बात करें तो हमें 1,100 बेड की जरूरत थी उस समय हमारे पास 85 हजार बेड थे और हम अगर आज की बात करें की हमें 1671 बेड की जरूरत है तो हमारे पास 601 हॉस्पिटल में 1 लाख 5000 बेड उपलब्ध हैं।
मुंबई में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है और ये आंकड़ा अब 2000 के पार जा पहुंचा है। सोमवार को सामने आए 82 नए मामलों के बाद राज्य में संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2064 तक जा पहुंची है। आज सामने आए 82 में से 59 मामले अकेले मुंबई के है।
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