कोई तो ले ले गुजरात-मध्य प्रदेश की बाढ़ की भी सुध
नई
दिल्ली
(विवेक
शुक्ला)
सारे
देश
का
ध्यान
इस
समय
जम्मू-कश्मीर
में
पिछले
60
वर्षों
में
आई
जबर्दस्त
बाढ़
पर
लगा
हुआ
है।
वहीं
देश
के
दूसरे
हिस्से
भी
बाढ़
का
सामना
करने
को
मजबूर
हैं।
नहीं जा रहा किसी का ध्यान
जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया है तो वहीं शायद किसी का भी ध्यान गुजरात और मध्य प्रदेश में आई बाढ़ पर नहीं जा रहा है।
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, गुजरात में भी कई इलाकों में भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दूसरी तरफ, मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। झाबुआ, धार और शाजापुर में बारिश और बाढ़ के
चलते हालात गंभीर हैं। पंजाब और बिहार के भी बहुत से इलाके भी बाढ़ की चपेट में हैं।
गुजरात के नौ जिलों की 27 सड़कों पर आवाजाही ठप
आठ सितंबर से रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते मध्य और उत्तरी गुजरात में बाढ़ में हजारों लोग फंसे हुए हैं।
इस समय बारिश और बाढ़ के चलते गुजरात के करीब 125 गांवों में बिजली नहीं है, जबकि अहमदाबाद, वडोदरा, पाटन, भरूच, साबरकांठा, आणंद और पंचमहाल समेत नौ जिलों की 27 सड़कों पर आवाजाही ठप है।
वडोदरा में पिछले 48 घंटे में 9.5 इंच बारिश हुई है।वडोदरा जिले के सावली, डभोई और वघोदिया तालुकों से लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
सावली तालुका में बीते 24 घंटों में 13 इंच बारिश हुई है। वघोदिया में हमने बचाव टीम को बोटों के साथ भेजा है। वडोदरा शहर के निचले इलाकों में रहने वाले करीब 500 लोगों को भी प्राइमरी स्कूलों जैसे सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
भरूच में भी बाढ़ का कहर भरूच में भी बाढ़ का कहर जारी है। नर्मदा नदी में पानी का लेवल बढ़ने की वजह से जिले के अंकलेश्वर और झगडिया तालुकों के सात गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
बाढ़
ने
तोड़े
पुल
और
रास्ते
बंद
मध्य
प्रदेश
के
निमाड़
क्षेत्र
में
बारिश
बाढ़
ने
कहर
बरपाया
है।
आगर
में
पिछले
चौबीस
घंटों
में
155
मिलीमीटर
यानी
6.2
इंच
बारिश
तो
शाजापुर
में
50
मिलीमीटर
यानी
2
इंच
बारिश
हुई।
आगर में कंठाल नदी में पानी का स्तर बढ़ने से 12 गांवों का नगर से संपर्क टूट गया। धार जिले में मान नदी में तेज बहाव के चलते मनावर पुल का एक हिस्सा टूटने से इंदौर-मनावर पर आवागमन पूरी तरह बंद हो गया।