Farmers protest: लंबी लड़ाई की तैयारी में किसान, सिंघु बॉर्डर पर बनाया चार गुना बड़ा स्टेज
Farmers protest: लंबी लड़ाई की तैयारी में किसान, सिंघु बॉर्डर पर बनाया चार गुना बड़ा स्टेज
Farmers Protest News: केंद्र सरकार और किसानों के बीच बुधवार को सातवें दौर की बातचीत होनी है। केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर बने गतिरोध के टूटने की उम्मीद इस बातचीत में की जा रही है। वहीं किसान सिंघु बॉर्डर पर अपने धरने को लगातार मजबूत कर रहे हैं। सरकार से बातचीत से पहले किसानों ने एक बड़ा मंच धरनास्थल पर तैयार किया है। किसान मजदूर संघर्ष समिति का ये मंच पहले से चार गुना बड़ा है। मंच को बढ़ाकर किसानों ने सरकार को एक इशारा भी दिया है कि वो लंबी लड़ाई की तैयारी में हैं।
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सिंघु बॉर्डर पर मौजूद किसानों का कहना है कि उनको लगातार समर्थन मिल रहा है। लोगों की बढ़ती संख्या के चलते पुराना स्टेज नाकाफी हो रहा था, इसलिए नया स्टेज बनाया गया है। स्टेज पर कई दिन से काम चल रहा था और सोमवार को सरकार की ओर बातचीत के न्यौते से पहले ही ये तैयार हो चुका था। किसान नेताओं ने ये भी साफ कर दिया है कि 30 दिसंबर को सरकार से बातचीत नतीजे पर पहुंचती है तो ठीक नहीं तो प्रदर्शन लंबा चलाया जाएगा।
बता दें कि केंद्र सरकार इस साल तीन नए कृषि कानून लेकर आई है, जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने जैसे प्रावधान किए गए हैं। इसको लेकर किसान जून के महीने से लगातार आंदोलनरत हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसानों को कहना है कि ये कानून मंडी सिस्टम और पूरी खेती को प्राइवेट हाथों में सौंप देंगे, जिससे किसान को भारी नुकसान उठाना होगा।
केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन नए कानूनों के खिलाफ बीते छह महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। ये आंदोलन जून से नवंबर तक मुख्य रूप से हरियाणा और पंजाब में हो रहा था। सरकार की ओर से प्रदर्शन पर ध्यान ना देने पर 26 नवंबर को किसानों ने दिल्ली की और कूच करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद बीते 33 दिन से किसान दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले सिंधु बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। टिकरी, गाजीपुर और दिल्ली के दूसरे बॉर्डर पर भी किसान जमा हैं।
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