बेहोश होकर गिर पड़े महाराष्ट्र के किसान, छिड़काव के लिए खरीदी दवाई ने की हालत खराब
महाराष्ट्र: सोलापुर के इन किसानों ने कॅनब्रेक कंपनी की दवाई खरीदी थी। ये दवाई रंग में मिलाकर कपड़े की सहायता से अंकुर की डंड़ियों में लगाए जा रहे थे। लेकिन सभी किसानों को इस दवाई ने रिएक्शन कर दिया और 11 किसान इसकी चपेट में आ गए।
बार्शी। सोलापुर में दवाई छिड़काव से सात मजदूरों को विषबाधा हुई है और चार लोग बेहोश हो गए। सोलापुर के बार्शी हिंगणी के आनंद काशीद के खेत में अक्टूबर महीने में अंकुर के छटनी का काम चल रहा है। दवाई का छिड़काव करने की वजह से सात मजदूरों को विषबाधा हुई तो चार मजदूर बेहोश हो गए। जिन्हें तुरंत उपचार के लिए सोलापुर में इलाज के लिए भेज दिया गया। जानकारी मुताबिक हिंगणी के आनंद काशीद में 11 एकड़ की जमीन पर अंकुर की खेती है। अक्टूबर में छटनी होने के बाद द्राक्ष की डंडी से अंकुर फूटने के लिए हायड्रोजन सायनामाइट नाम की दवाई लगाई जाती है। काशीद के वैराग में दवाई विक्रेता सोनार महाराज से कॅनब्रेक कंपनी की दवाई खरीदी थी। ये दवाई रंग में मिलाकर कपड़े की सहायता से अंकुर की डंड़ियों में लगाए जा रहे थे।
काशीद के खेत में शनिवार की सुबह 10 से 6 बजे तक दवाई लगाने का काम 11 किसान कर रहे थे। दिनभर दवाई लगाने का काम कर रहे मजदूरों के शरीर पर दवाई का रिएक्शन होने से त्वचा में विषबाधा हो गई। काम समाप्त होने के बाद देर रात मजदूरों को तकलीफ होने लगी। बार्शी के डॉ. जगदाले मामा हॉस्पिटल और कोंढरे हॉस्पिटल में उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
मजदूरों को विषबाधा होने की खबर सुनते ही पूर्व विधायक राजेंद्र राऊत ने हॉस्पिटल में जाकर किसानों से मुलाकात की। हॉस्पिटल में प्रभारी तहसली कृषि अधिकारी संजय गायकवाड, पंचायत समिती कृषि अधिकारी अण्णासाहब साठे, जिला गुणवत्ता नियंत्रक अधिकारी अनिल कांबले ने भी किसानों से मुलाकात की। इस घटना में दवाई का ज्यादा इस्तेमाल करने से रिएक्शन होने की जानकारी प्राप्त हुई है।
इस घटना में आनंद नानासाहब माने (उम्र 22), तानाजी मोहन देठे (उम्र 23), किरण मधुकर म्हसेकर (उम्र 23), दत्तात्रय तुलसीदास चव्हाण (उम्र 27), अक्षय हनुमंत सवणे (उम्र 18), सागर जनार्धन सुतार (उम्र 21), बापू बापू ढवारे (उम्र 40) इन सभी को विषबाधा हुई है।
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