तेजस्वी यादव बोले- राजनीतिक प्रतिशोध के लिए हम पर थोपे गए झूठे केस
पटना। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मोदी सरकार और नीतीश सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने आज ट्वीट करते हुए कहा कि हम शुरू से कह रहे थे कि नरेंद्र मोदी,अमित शाह, नीतीश कुमार और सुशील मोदी प्रतिशोध के चलते हम पर झूठे केस थोप चरित्रहनन कर रहे है क्योंकि 30 वर्ष से बिहार में हम उनकी राह का रोड़ा बने हुए है। सुनो, हम डरने वालों में से नहीं है और ना रहेंगे। इसके साथ-साथ तेजस्वी ने अपने ट्वीट में एक लिंक भी शेयर किया है।
CBI,ED,IT जैसी संवैधानिक स्वायत्त संस्थाओं का मज़ाक बनाया जाएगा?
तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कहा कि CBI की लीगल विंग के बाद अब डायरेक्टर आलोक वर्मा ने CVC को रिटायर्ड जज द्वारा मॉनिटर्ड जाँच में अपनी रिपोर्ट में हमारे परिवार पर PMO द्वारा किए जा रहे ज़ुल्मों पर सबूत सहित तथ्य पेश किए है। क्या अब ऐसे ही लोकतंत्र और CBI,ED,IT जैसी संवैधानिक स्वायत्त संस्थाओं का मज़ाक बनाया जाएगा? CBI निदेशक के अनुसार बिहार में हारे हुए सुशील मोदी किस हैसियत से PMO अधिकारी से मिलकर सीबीआई से विपक्षी नेता के केस का फ़ॉलोअप कर रहे थे?
|
क्या अब ऐरा गैरा कोई भी भाजपाई CBI को डिक्टेट करेगा?
तेजस्वी ने कहा कि क्या अब ऐरा गैरा नत्थू खैरा कोई भी भाजपाई CBI को डिक्टेट करेगा? यह एक ग़लत परिपाटी स्थापित की गई है। इसके अनेकों दुष्प्रभाव होंगे। हम लगातार कह रहे थे कि नीतीश कुमार BJP के साथ मिलकर घिनौना षढयंत्र रच रहे है। अब उनकी नंगई उजागर हो गई है। हमसे पब्लिक डोमेन में स्पष्टीकरण माँग रहे थे कि CBI ने केस किया है अब तो CBI निदेशक ने ही सच बोल दिया है अब कुटिल कुमार क्या कहेंगे ? है शर्म क्या श्रीमान अनैतिक कुमार? अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते। तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का DNA बदल जाता।
|
क्या कहा गया है उस लिंक में?
दरअसल तेजस्वी यादव ने जिस वेब पोर्टल पर लेख को शेयर किया है उसमे सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा के सीवीसी के सामने रखे पक्ष के हवाले से कहा गया है कि किस तरह से सीबीआई में दूसरे नंबर के अधिकारी राकेश अस्थाना बिहार के उपमुख्यमंत्री के संपर्क में थे। इसके साथ-साथ यह भी बताया गया है कि पीएमओ के एक अधिकारी के निर्देश पर IRCTC घोटाले की जांच को निर्देशित किया जा रहा था।