19 साल के छात्र ने व्हाट्सएप के जरिए जीते 500 डॉलर, जानिए कैसे
19 साल के एक लड़के ने 'व्हाट्सएप' के जरिए 500 डॉलर यानी करीब 34600 रुपए का इनाम जीता है। जानिए इसने क्या किया था...
नई दिल्ली। अगर आप सोचते हैं कि सोशल मैसेजिंग एप 'व्हाट्सएप' का इस्तेमाल केवल चैटिंग या वीडियो कॉल के लिए ही किया जाता है, तो ऐसा नहीं है। केरल के एक किशोर ने 'व्हाट्सएप' के जरिए 500 डॉलर का इनाम जीता है। अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे? दरअसल इस किशोर ने 'व्हाट्सएप' के एक बग का पता लगाया और इसे रिपोर्ट किया। इसके बाद वॉट्सऐप पर मालिकाना हक रखने वाली कंपनी फेसबुक ने इस किशोर को इनाम के तौर पर 500 डॉलर यानी करीब 34600 रुपए की धनराशि दी। इनाम पाने वाले 19 वर्षीय इस किशोर का नाम केएस अनंतकृष्णन है और वो पठानमथिट्टा माउंट सियोन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से बीटेक की पढ़ाई कर रहा है।
क्या था वो बग, जिसके लिए मिला इनाम
'केरल डेली' की खबर के मुताबिक, कोच्ची के रहने वाले केएस अनंतकृष्णन ने व्हाट्सएप में जिस बग का पता लगाया, वो बग यूजर्स की जानकारी के बिना ही दूसरों को फाइलों को पूरी तरह से डिलीट करने की मंजूरी दे रहा था। अनंतकृष्णन ने बग का पता लगाने के बाद दो महीने तक इसे गहराई से नोट किया। इसके बाद उसने फेसबुक के अधिकारियों को इस बग के बारे में सूचित कर दिया। कंपनी ने अनंतकृष्णन के दावे की जांच की और दो महीने तक इसकी रेगुलर निगरानी के बाद दावे को सही पाया। इसके बाद फेसबुक ने अनंतकृष्णन को 500 डॉलर की धनराशि इनाम के तौर पर देने का फैसला किया। 500 डॉलर कैश के अलावा फेसबुक ने अनंतकृष्णन को हॉल ऑफ फेम में भी शामिल किया है।
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फेसबुक थैंक्स लिस्ट में लिखा गया नाम
आपको बता दें कि फेसबुक एप में गंभीर समस्याओं की पहचान करने पर कैश प्राइज और हॉल ऑफ फेम दिया जाता है। अनंतकृष्णन का नाम कंपनी की फेसबुक थैंक्स लिस्ट में 2019 के लिए 80वें स्थान पर है। इसमें कंपनी उन लोगों को सम्मानित करती है, जो फेसबुक पर बग और उन्हें ठीक करने के उपाय के बारे में बताते हैं। इस सूची में उन लोगों के नाम भी सम्मान के तौर पर शामिल किए जाते हैं, जो अन्य सोशल मीडिया एप जैसे- व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ओकुलस और ओवानो में बग का पता लगाते हैं। अनंतकृष्णन इंटरनेट का उपयोग करते हुए एथिकल हैकिंग पर शोध कर रहे हैं। इसके अलावा वो केरल पुलिस के रिसर्च और डेवलेपमेंट सेंटर में भी काम करते हैं।
पिछले महीने भी पकड़ा गया था एक बग
इससे पहले, पिछले महीने ही व्हाट्सएप ने एक ऐसा बग पकड़ा था, जो एक साधारण व्हाट्सएप कॉल के जरिए यूजर्स के स्मार्टफोन पर गलत तरीके से स्पाइवेयर इंस्टॉल करा देता था। फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली साइबर इंटेलिजेंस कंपनी एनएसओ ने एक ऐसा कोड डेवलेप किया था, जो यूजर्स के स्मार्टफोन पर वीडियो कॉल के जरिए प्रसारित किया जा सकता था, भले ही वे कॉल का उत्तर न दें। इस कोड के जरिए फोन का सारा डेटा, जिसमें कॉल लॉग, कॉन्टेक्ट नंबर, ईमेल, मैसेज और फोटो हैकर्स को मिल जाते थे। इस स्पाइवेयर की सबसे खतरनाक बात यह थी कि यह यूजर्स के फोन से व्हाट्सएप कॉल लॉग को हटा देता था, जिससे यूजर्स को हैकर्स के बारे में पता करने का कोई सुराग नहीं मिल पाता था। कंपनी ने इस बग को पकड़ने के बाद तुरंत अपने सर्वर और एप्स को सुरक्षित करने के लिए एक अपडेट जारी किया।
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